राष्ट्रीय स्क्वाश में घोषाल और चिनप्पा पर टिकी रहेंगी निगाहें
देश के 550 से अधिक खिलाड़ी ग्रेटर नोएडा में शुरू होने वाली 74वीं एचसीएल राष्ट्रीय स्क्वाश चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे जिसमें पुरूष वर्ग में 11 बार के चैंपियन सौरव घोषाल और महिला वर्ग में 14 बार की विजेता जोशना चिनप्पा को फिर से खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
नयी दिल्ली। देश के 550 से अधिक खिलाड़ी ग्रेटर नोएडा में शुरू होने वाली 74वीं एचसीएल राष्ट्रीय स्क्वाश चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे जिसमें पुरूष वर्ग में 11 बार के चैंपियन सौरव घोषाल और महिला वर्ग में 14 बार की विजेता जोशना चिनप्पा को फिर से खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। इस टूर्नामेंट का आयोजन भारतीय स्क्वाश रैकेट महासंघ (एसआरएफआई) और उत्तरप्रदेश स्क्वाश रैकेट संघ के तत्वावधान में किया जा रहा है जिसमें पुरूष और महिला वर्ग के अलावा पेशेवर कोच तथा पुरूष वर्ग में 35 साल से अधिक के विभिन्न आयु वर्गों में भी मुकाबले होंगे। नाकआउट आधार पर होने वाले इस टूर्नामेंट में पुरूष, महिला और पेशेवर कोच वर्ग में शीर्ष आठ खिलाड़ियों को पुरस्कार मिलेंगे। बाकी छह अन्य वर्गों में केवल विजेता और उप विजेताओं को पुरस्कार दिया जाएगा। पिछले साल की तरह इस बार भी महिला और पुरूष दोनों वर्गों में समान पुरस्कार राशि रखी गयी है। टूर्नामेंट में प्रदर्शन के आधार पर शीर्ष खिलाडि़यों को रैकिंग अंक भी मिलेंगे। पिछले लंबे समय से राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेल रहे घोषाल 12वीं बार चैंपियन बनने की कोशिश करेंगे लेकिन उन्हें हरेंद्र पाल सिंह और महेश मंगावकर से कड़ी चुनौती मिल सकती है। महिला वर्ग में हालांकि पिछले साल की चैंपियन दीपिका पल्लिकल की अनुपस्थिति में चिनप्पा को खिताब जीतने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। चिनप्पा पिछले साल फाइनल में दीपिका से हार गयी थी। विश्व में 27वें नंबर के घोषाल ने कहा कि वह फिर से चैंपियन बनने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस प्रतियोगिता में खेलना अपनी जिम्मेदारी समझता हूं। जूनियर खिलाड़ियों के लिये यह जरूरी है कि वह शीर्ष खिलाड़ियों को खेलते हुए देखें। मैं निश्चित तौर पर फिर से इसे जीतना चाहता हूं।’’ जोशना ने दस साल की उम्र से जूनियर वर्ग में खेलना शुरू कर दिया था और 14 साल की उम्र से वह सीनियर चैंपियनशिप में खेल रही हैं। इस बीच चोटिल होने के कारण वह 2011 में इस टूर्नामेंट में नहीं खेल पायी थी। जोशना अभी विश्व में 14वें नंबर की खिलाड़ी हैं लेकिन राष्ट्रीय चैंपियनशिप के प्रति उनका लगाव पहले की तरह बना हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘पेशेवर सर्किट में व्यस्त होने के कारण अब भी मैं घरेलू टूर्नामेंट को अधिक समय नहीं दे पाती लेकिन राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने का मैं पूरा लुत्फ उठाती हूं। मैं केवल 2011 में इसमें नहीं खेल पायी और तब मैं चोटिल थी। मुझे लगता है कि सभी शीर्ष खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट के लिये समय निकालना चाहिए। मैं इस बार टूर्नामेंट में खेलने के लिये बेताब हूं।’’ चैंपियनशिप का आयोजन ग्रेटर नोएडा में शिव नादर यूनिवर्सिटी में किया जाएगा।
अन्य न्यूज़