सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा, 22 की जगह 23 अक्टूबर को होंगे बीसीसीआई चुनाव
सीओए ने उच्चतम न्यायालय को अपनी याचिका में बीसीसीआई की 38 राज्य इकाइयों के अनुपालन की स्थिति रिपोर्ट भी सौंपी। इसके अनुसार 24 पूर्ण सदस्यों ने अपने संबंधित संविधान को सीओए की स्वीकृति के अनुसार पंजीकृत करवा लिया है।
नयी दिल्ली। बीसीसीआई के बहुप्रतीक्षित चुनाव हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के कारण अब एक दिन देर से 23 अक्टूबर को होंगे। भारतीय क्रिकेट का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दोनों ही राज्यों में एक चरण में 21 अक्टूबर को चुनाव होंगे और इन दो इकाइयों के मत देने वाले सदस्यों को कोई असुविधा नहीं हो यह सुनिश्चित करने के लिए बीसीसीआई के चुनाव एक दिन के लिए स्थगित किए गए हैं। सीओए प्रमुख राय ने कहा, ‘‘बीसीसीआई के चुनाव पटरी पर हैं। राज्य चुनावों के कारण हमने चुनाव एक दिन टालने का फैसला किया है। इसलिए अब यह 22 अक्टूबर की जगह 23 अक्टूबर को होंगे। किसी और जगह आप जो भी पढ़ोगे वह तथ्यात्मक रूप से गलत होता।’’ सीओए की एक अन्य सदस्य डायना इडुल्जी ने कहा कि वह बीसीसीआई चुनावों में किसी भी तरह के विलंब के खिलाफ हैं लेकिन समझ सकती हैं कि राज्य चुनावों के कारण इन्हें एक दिन टाला गया है।
'BCCI Elections on Track' - CoA Chief Vinod Rai Dismisses Reports of Seeking Two-Week Delay https://t.co/24074Mkgfn pic.twitter.com/PamLCCsX0A
— SportsGridUK (@Sportsgriduk) September 24, 2019
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान इडुल्जी ने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय के 20 सितंबर के आदेश के अनुसार राज्य इकाइयों को कुछ दिन की छूट दी जा सकती है लेकिन बीसीसीआई के चुनाव समय पर होने चाहिए। महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के कारण हम इन्हें एक दिन के लिए टाल सकते हैं।’’राय मंगलवार को उच्चतम न्यायालय की सुनवाई के नतीजे से खुश थे। सुनवाई के दौरान उनकी याचिका स्वीकार कर ली गई जिसमें तमिलनाडु क्रिकेट संघ को चुनाव कराने के लिए दी गई स्वीकृति पर स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘आज याचिका पर सुनवाई हुई। बीसीसीआई का वकील, टीएनसीए का वकील और न्यायमित्र पीएस नरसिम्हा वहां मौजूद थे। मैं नतीजे से खुश हूं।’’ राय ने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने इस तथ्य का संज्ञान लिया कि कुछ राज्य इकाइयां ‘डिस्क्वालीफिकेशन सिर्फ पदाधिकारियों तक सीमित होने’ के आदेश की शरारतपूर्ण तरीके से गलत व्याख्या कर रही हैं।’’ भारत के पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राय ने कहा, ‘‘कइयों को लगता है कि इसका मतलब है कि 70 बरस की आयु सीमा नियम, गैर भारतीय पासपोर्ट धारक नियम लागू नहीं हैं जबकि ऐसा नहीं है।’’
इसे भी पढ़ें: आखिर T-20 क्रिकेट में कैसे मजबूत हो पाएगी टीम इंडिया !
सीओए ने उच्चतम न्यायालय को अपनी याचिका में बीसीसीआई की 38 राज्य इकाइयों के अनुपालन की स्थिति रिपोर्ट भी सौंपी। इसके अनुसार 24 पूर्ण सदस्यों ने अपने संबंधित संविधान को सीओए की स्वीकृति के अनुसार पंजीकृत करवा लिया है। तीन सदस्यों- रेलवे, सेना और विश्वविद्यालय का बीसीसीआई के संविधान के अनुसार आधिकारिक प्रतिनिधि होगा। सीओए ने न्यायालय को साथ ही सूचित किया कि सात पूर्ण सदस्यों ने उनसे संविधान स्वीकृत करा लिया है लेकिन अब तक दस्तावेज नहीं सौंपे हैं। दो सदस्यों की सीओए से बातचीत चल रही है और वे अनुपालन की राह पर हैं। सीओए के अनुसार सिर्फ दो सदस्य- हरियाणा और तमिलनाडु अनुपालन नहीं कर रहे और अपना संविधान स्वीकृत संविधान के अनुसार तैयार करने में विफल रहे हैं। बीसीसीआई के चुनावों के साथ भारतीय क्रिकेट का संचालन कर रही उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति का कार्यकाल भी खत्म हो जाएगा। सीओए जनवरी 2017 से खेल का संचालन कर रहे हैं और उन्हें न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरएम लोढा द्वारा सुझाए प्रशासनिक सुधारों को लागू करवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
अन्य न्यूज़