गुजरात में भाजपा को कितनी चुनौती दे पाएगी AAP, दिल्ली को कैसे मैनेज करेंगे केजरीवाल
साथ में आम आदमी पार्टी की संभावनाओं पर बोलते हुए नीरज दुबे ने यह भी कहा कि जो कुछ मीडिया में दिखाया जाता है, वह जमीन पर वैसा ही होगा, यह जरूरी नहीं है। हां, यह जरूर है कि आम आदमी पार्टी गुजरात में कांग्रेस की जगह लेने की कोशिश कर रही है।
प्रभासाक्षी के खास कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस बार हमने देश दुनिया की कई मुद्दों पर चर्चा की। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे। गुजरात में चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही आम आदमी पार्टी की उम्मीदें बढ़ी हैं। इस बात पर नीरज दुबे ने कहा कि गुजरात के राजनीतिक हालात को देखा जाए तो मीडिया में जरूर इस बात की संभावना जताई जा रही है कि आम आदमी पार्टी गुजरात में कुछ बड़ा कर सकती है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। भाजपा वहां 27 सालों से सत्ता में है और उसे पता है कि हमें कैसे चुनावी बाजी जितनी है। नीरज दुबे ने कहा कि अरविंद केजरीवाल लगातार गुजरात दौरे पर जा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यहां लोग आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से सीएम कैंडिडेट की भी घोषणा की जा चुकी है। लेकिन, नीरज दुबे ने कहा कि उत्तराखंड और गोवा में भी केजरीवाल की ओर से सीएम कैंडिडेट का ऐलान किया गया था। लेकिन जनता को यह रास नहीं आया। ऐसे में गुजरात में केजरीवाल के पक्ष में बहुत कुछ जा सकता है। इसकी संभावनाएं बेहद कम है।
गुजरात को लेकर उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यहां सूरत नगर निगम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि विधानसभा चुनाव में भी यह प्रदर्शन जारी रहे। विधानसभा चुनाव और निगम चुनाव में काफी अंतर है। नीरज दुबे ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी फैक्टर चलता है तो बाकी कोई फैक्टर नहीं चल पाता। नरेंद्र मोदी का गृह राज्य गुजरात है। ऐसे में वहां मोदी और भाजपा को टक्कर देना आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती है। मैंने कहा कि 2017 और 2022 के गुजरात चुनाव के बीच तुलना करें तो फिलहाल भाजपा के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। 2017 में भाजपा के समक्ष कई बड़ी चुनौतियां थीं। बावजूद इसके पार्टी ने वहां जीत हासिल की थी। नीरज दुबे ने कहा कि केजरीवाल चुनाव आने के बाद गुजरात का दौरा कर रहे हैं। जबकि बीजेपी लगातार गुजरात में चुनावी तैयारियों में व्यस्त थी।
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साथ में आम आदमी पार्टी की संभावनाओं पर बोलते हुए नीरज दुबे ने यह भी कहा कि जो कुछ मीडिया में दिखाया जाता है, वह जमीन पर वैसा ही होगा, यह जरूरी नहीं है। हां, यह जरूर है कि आम आदमी पार्टी गुजरात में कांग्रेस की जगह लेने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस का जनाधार गुजरात में लगातार कम होता जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से भी गुजरात पर कुछ खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में आम आदमी पार्टी को इस बात की उम्मीद है कि वह कांग्रेस का स्थान ले सकती हैं जो कि आने वाले लोकसभा चुनाव में उसके लिए फायदेमंद साबित होगी। उन्होंने कहा गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी क्या कर पाएगी, इस पर सबकी निगाहें होगी। अगर आप मजबूत होगी तो कांग्रेस कमजोर होगी। हालांकि, नीरज दुबे ने इस बात को भी स्वीकार किया कि आम आदमी पार्टी का शहरों में वोट प्रतिशत बढ़ सकता है जो कि भाजपा के लिए एक चिंता की बात होगी।
दिल्ली एमसीडी चुनाव पर चर्चा
दिल्ली में नगर निगम चुनाव को लेकर भी तारीखों का ऐलान हो गया है। हमने नीरज दुबे से दिल्ली में भाजपा और आप के बीच टक्कर को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एमसीडी का चुनाव सबसे बड़ी समस्या अरविंद केजरीवाल के लिए लेकर आया है। देखना दिलचस्प होगा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली में ध्यान देते हैं या फिर गुजरात में ध्यान देते हैं। उन्होंने साफ-साफ कहा कि दिल्ली में फिलहाल कांग्रेस मुकाबले में दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में मुकाबला सीधे आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच है। भाजपा यहां लगातार निगम चुनाव जीतती रही है। नीरज दुबे ने कहा कि दिल्ली के लोग सभी जगह एक ही पार्टी को बनाए नहीं रखना चाहते हैं। अगर विधानसभा में आम आदमी पार्टी को बढ़त है तो कहीं ना कहीं एमसीडी में वह भाजपा के पक्ष में जा सकते हैं।
- अंकित सिंह
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