कोरोना के फैलते संक्रमण के बीच लॉकडाउन पार्ट-2 को सफल बनाने में जुटी सरकार
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मृतकों का आंकड़ा भी 500 के करीब पहुँच चुका है। फिर भी अगर अन्य देशों से तुलना करें तो भारत में स्थिति नियंत्रण में है। इस बीच देश में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी तेज है।
इस सप्ताह के राजनीतिक, सामाजिक मुद्दों की बात करें तो सबसे बड़ी खबर यह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन पार्ट-2 की घोषणा की और बताया कि कैसे अन्य देशों की तुलना में भारत में स्थिति बेहतर है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देशवासियों की इस बात के लिए सराहना भी की कि लोग कष्ट सहकर भी, त्याग कर के भी लॉकडाउन को सफल बना रहे हैं ताकि कोरोना वायरस को मात दी जा सके। प्रधानमंत्री ने लोगों से कोरोना योद्धाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने को भी कहा। लेकिन कोरोना योद्धाओं के प्रति जिस तरह का व्यवहार कुछ राज्यों में देखने को मिला उससे लोगों में थोड़ी मायूसी भी दिखी।
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उधर देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने के दौरान केंद्र और राज्य सरकारें लगातार जांच प्रक्रिया में तेजी लाने के प्रयास कर रही हैं। राज्यों ने प्रवासी मजदूरों की समस्या से निबटने के लिए भी भरसक प्रयास किये लेकिन अफवाहों के दौर ने मुंबई, सूरत और अहमदाबाद में हालात बिगाड़ने के प्रयास किये लेकिन सरकारों की त्वरित प्रतिक्रिया के चलते स्थिति जल्द ही सामान्य हो गयी। गृह मंत्रालय ने 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ छूट दिये जाने की जो घोषणा की है उससे भी लोगों को खासकर मध्यम एवं कुटीर उद्योग तथा दिहाड़ी मजदूरों को संबल मिला है।
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इसके अलावा आरबीआई की ओर से भी ग्रामीण भारत और श्रमिकों के लिए कई ऐलान किये गये तथा बैंकों को भी राहत दी गयी। अर्थव्यवस्था की विकास दर की रफ्तार क्या रहेगी यह तो इस वायरस के खात्मे के बाद ही पता चल पायेगा लेकिन राजनीति की रफ्तार जरूर इस सप्ताह तेज रही जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाये जिसका सत्तारुढ़ भाजपा और केंद्र सरकार की ओर से खंडन किया गया।
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