Rudyard Kipling Death Anniversary: दुख और संघर्ष में बीता था फेमस लेखक रुडयार्ड किपलिंग का बचपन, ऐसे रचा मोगली का किरदार

अंग्रेजी भाषा के फेमस लेखक, कवि और उपन्यासकार जोसेफ रुडयार्ड किपलिंग का 18 जनवरी को निधन हो गया था। शायद ही ऐसा कोई होगा जिसने उनकी रचना 'द जंगल बुक' के बारे में नहीं सुना होगा।
आज ही के दिन यानी की 18 जनवरी को जोसेफ रुडयार्ड किपलिंग का निधन हुआ था। वह अंग्रेजी भाषा के फेमस लेखक, कवि और उपन्यासकार थे। शायद ही कोई ऐसा हो, जिसने रुडयार्ड किपलिंग की रचना 'द जंगल बुक' के बारे में नहीं सुना हो। बता दें कि ब्रिटिश काल में उन्होंने भारत में ब्रिटिश सैनिकों की कविताएं, कहानियां और बच्चों के लिए कई ऐसे कहानियां लिखीं, जो हर किसी के द्वारा बेहद पसंद की गई थी। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर जोसेफ रुडयार्ड किलपिंग के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
बॉम्बे, वर्तमान समय में मुंबई में 30 दिसंबर 1865 को जोसेफ रुडयार्ड किपलिंग का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम जॉन लॉकवुड किपलिंग था, वह एक कलाकार और विद्वान थे। उनके पिता लाहौर संग्रहालय के क्यूरेटर थे। वहीं किपलिंग की मां का नाम एलिस था। किलपिंग के बचपन का अधिकांश समय दुखों में बीता था। किपलिंग के पैरेंट्स महज 6 साल की उम्र में उनको इंग्लैंड लेकर गए थे। फिर उनको साउथसी के एक फॉस्टर होम में छोड़ दिया। रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी कहानी 'बा बा, ब्लैक शीप' में किया था।
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फिर वह वेस्टवर्ड, नॉर्थ डेवोन में यूनाइटेड सर्विसेज कॉलेज गए। यह एक सस्ता, नया और चीप बोर्डिंग स्कूल था। जिसने किपलिंग के पूरे जीवन पर गहरा असर डाला। इसका जिक्र उनकी कई कहानियों में भी देखने को मिला। बोर्डिंग में हुए पिटाई और बुलिंग का किपलिंग पर गहरा असर हुआ।
पत्रकारिता
साल 1882 में भारत आने के बाद किपलिंग पत्रकार के तौर पर 7 साल तक काम करते रहे। वह पूरे समय भारत के तमाशों को गौर से देखते रहे। फिर साल 1894 में प्रकाशित रचना 'द जंगल बुक' किपलिंग के करियर के लिए कालजयी रचना साबित हुई। इस रचना में उनके द्वारा गढ़े गए किरदार शेर खान, बल्लू और मोगली ने दशकों तक बच्चों को अपनी ओर खींचा। इस बुक का मुख्य किरदार मोगली जंगल के जानवरों के बीच अकेले पला-बढ़ा था। माना जाता है कि मोगली का यह किरदार किपलिंग के बोर्डिंग स्कूल की स्मृतियों से प्रभावित था।
मृत्यु
वहीं 18 जनवरी 1936 को लंदन में जोसेफ रुडयार्ड किपलिंग का निधन हो गया था।
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