Paris Olympics 2024: विनेश फोगट को रजत पदक के फैसले का इंतजार, अपील पर 3 घंटे चली सुनवाई पूरी हुई
डिसक्वालीफाई किए जाने के बाद ही विनेश फोगाट ने सीएएस में अपील की थी। गौरतलब है कि फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया था। 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें डिस्क्वालीफाई किया गया था।
विनेश फोगाट की कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) के एडहॉक डिवीजन में अपील करने के बाद इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है। तीन घंटे तक इस मामले की सुनवाई चली है। भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से पहले ही डिसक्वालीफाई किया गया था।
डिसक्वालीफाई किए जाने के बाद ही विनेश फोगाट ने सीएएस में अपील की थी। गौरतलब है कि फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया था। 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें डिस्क्वालीफाई किया गया था।
विनेश के पक्ष में फैसले की उम्मीद
इस मामले पर भारतीय ओलंपिक संघ को उम्मीद है कि फैसला विनेश फोगाट के पक्ष में आना चाहिए। विनेश ने पेरिस ओलंपिक में संयुक्त रजत पदक के लिए अपील की थी, क्योंकि स्वर्ण पदक के लिए अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट के खिलाफ मुकाबले की सुबह वजन मापने के दौरान निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें आश्चर्यजनक रूप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। अमेरिकी पहलवान ने बाद में क्यूबा के युस्नेलिस गुज़मान लोपेज़ को हराया, जिन्होंने फाइनल मुकाबले में फोगाट की जगह ली थी, और स्वर्ण पदक जीता।
खेलों के दौरान विवाद समाधान के लिए विशेष रूप से स्थापित सीएएस एड-हॉक डिवीजन ने विनेश की अपील स्वीकार कर ली और शुक्रवार को सुनवाई हुई, जिसमें 29 वर्षीय खिलाड़ी ने वर्चुअल रूप से कार्यवाही में भाग लिया। विनेश के लिए दलीलें वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने पेश कीं, जो एक प्रसिद्ध वकील हैं। इन्होंने पहले भी कई एथलीटों के लिए लड़ाई लड़ी है, जबकि इस मामले में दूसरे पक्ष यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
आईओए ने एक बयान में कहा, "भारतीय ओलंपिक संघ को उम्मीद है कि पहलवान विनेश फोगाट द्वारा खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) के तदर्थ प्रभाग के समक्ष उनके असफल वजन माप के खिलाफ दायर आवेदन का सकारात्मक समाधान होगा।" आरंभ में रिपोर्टों में कहा गया था कि सुनवाई के बाद शुक्रवार को ही अंतरिम आदेश जारी कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
"चूंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए आईओए केवल यह कह सकता है कि एकमात्र मध्यस्थ डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी (ऑस्ट्रेलिया) ने सभी पक्षों आवेदक विनेश फोगट, प्रतिवादी यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ-साथ आईओए को तीन घंटे से अधिक समय तक सुना। एकमात्र मध्यस्थ द्वारा यह संकेत दिया गया कि आदेश का ऑपरेटिव हिस्सा जल्द ही अपेक्षित हो सकता है, जिसके बाद कारणों के साथ एक विस्तृत आदेश दिया जाएगा," आईओए ने कहा।
संस्था की प्रमुख पीटी उषा ने सुनवाई के दौरान सहायता और तर्क देने के लिए साल्वे और सिंघानिया के साथ-साथ क्रीड़ा लीगल टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा "आईओए विनेश का समर्थन करना अपना कर्तव्य समझता है और इस मामले का परिणाम चाहे जो भी हो, उसके प्रति अपने दृढ़, निडर और अटूट समर्थन की पुष्टि करना चाहेगा। हमें उसके शानदार करियर के दौरान कुश्ती के मैदान पर उसकी अनगिनत उपलब्धियों पर गर्व है,"।
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