योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगातार जागरुकता फैलाने के निर्देश दिए
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Jun 17 2020 4:29PM
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों से क्रय किए गए गेहूं के सुरक्षित भण्डारण के सभी प्रबन्ध किए जाएं। बरसात के मौसम को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि खरीदा गया गेहूं खुले में न रखा जाए, अन्यथा बारिश होने पर वह भीगकर खराब हो जाएगा।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव के लिए जनता के बीच इस संबंध में निरन्तर जागरुकता फैलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिलों में निरन्तर सतर्कता बरतने , मेरठ मण्डल के लिए ठोस कार्य योजना बनाते हुए अस्पतालों में बेड की संख्या दोगुनी करने तथा आवश्यकतानुसार अतिरिक्त चिकित्साकर्मी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को मेरठ मण्डल की चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा किकोविड-19 के खिलाफ जंग में मेडिकल टीम की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग एक समर्पित टीम के तौर पर कार्य करते हुए संक्रमण को नियंत्रित रखने के सभी प्रयास सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक-1 व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करने में सुदृढ़ निगरानी व्यवस्था के महत्व पर बल देते हुए योगी ने कहा कि इस कार्य के लिए ग्रामीण और शहरी इलाकों में निगरानी समितियों को सक्रिय बनाए रखा जाए। इनके कार्यों की जानकारी प्राप्त करने के लिए समिति के सदस्यों से निरन्तर संवाद रखा जाए। मुख्यमंत्री ने संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरुक करने की कार्रवाई को जारी रखने के निर्देश दिए।Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath holds a meeting with the officers of 'COVID-19 management team-11'. pic.twitter.com/k8PFQ6xRMU
— ANI UP (@ANINewsUP) June 17, 2020
इसे भी पढ़ें: प्रियंका ने साधा योगी सरकार पर निशाना, कहा- सचिवालय को बना दिया भ्रष्टाचार का अड्डा
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों से क्रय किए गए गेहूं के सुरक्षित भण्डारण के सभी प्रबन्ध किए जाएं। बरसात के मौसम को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि खरीदा गया गेहूं खुले में न रखा जाए, अन्यथा बारिश होने पर वह भीगकर खराब हो जाएगा। निराश्रित गोवंश के लिए संचालित गौ-आश्रय स्थलों में हरे चारे की नियमित व्यवस्था की जाए। गौ-आश्रय स्थलों में स्थापित भूसा बैंक में भूसे के सुरक्षित भण्डारण के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएं।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़