जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में दुनिया का सबसे बड़ा Igloo Cafe, बैठ सकते हैं 40 मेहमान
शाह ने कहा कि मैंने कुछ साल पहले स्विट्जरलैंड में इस अवधारणा को देखा था, जहां उनके पास ऐसे होटल हैं, जो सोने की सुविधाओं से भी लैस हैं। मुझे लगा कि गुलमर्ग में बहुत बर्फ है और क्यों न इस अवधारणा को यहां शुरू किया जाए।
जम्मू कश्मीर अपनी खूबसूरत वादियों और नजारों के लिए बेहद ही मशहूर है। यह क्षेत्र हर साल लाखों सैलानियों को अपनी तरफ खींचता है। कश्मीर के मनमोहक दृश्य सभी को प्रफुल्लित कर देते हैं। यही कारण है कि कश्मीर को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। यहां की वादियां, लंबे-लंबे चिनार के पेड़, हरियाली और बर्फ से ढकी चोटियां इसे और भी मनमोहक बना देते हैं। इन दिनों कश्मीर इग्लू कैफे के लिए भी काफी मशहूर हो रहा है। आज हम आपको इसी इग्लू कैफे के बारे में बताने जा रहे हैं।
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सबसे पहले तो यह जान लें कि जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में विश्व का सबसे बड़ा इग्लू बनकर तैयार हुआ है। स्थानीय लोगों के साथ-साथ यह सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। सैलानी इग्लू कैफे में जमकर लुफ्त उठा रहे हैं। इस इग्लू कैफे के मालिक हैं सैयद वसीम शाह। वसीम शाह की उम्र 42 वर्ष है। वसीम शाह ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा 'इग्लू कैफे' बताया है जो घाटी में आने वाले हजारों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। 37.5 फीट की ऊंचाई और 44.5 फीट के व्यास के साथ इग्लू काफी खूबसूरत दिखाई दे रहा है।
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शाह ने कहा कि मैंने कुछ साल पहले स्विट्जरलैंड में इस अवधारणा को देखा था, जहां उनके पास ऐसे होटल हैं, जो सोने की सुविधाओं से भी लैस हैं। मुझे लगा कि गुलमर्ग में बहुत बर्फ है और क्यों न इस अवधारणा को यहां शुरू किया जाए। इसे पूरा करने में 64 दिन लगे और 25 लोगों ने दिन-रात काम किया। शाह ने कहा, परियोजना को पूरा करने में 1,700 मानव-दिवस लगे है। शाह के मुताबिक इस इग्लू में एक साथ 40 लोग भोजन कर सकते हैं। शाह को उम्मीद है कि यह इग्लू 15 मार्च तक टिका रहेगा।
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