कामगार पलायन: दिल्ली सरकार के कारण बिहार में खड़ा हुआ अभूतपूर्व मानवीय संकट

Worker migration

केजरीवाल अब खोखली दलील दे रहे हैं, लोगों से वापस रहने का आग्रह कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार चार लाख प्रवासियों को भोजन मुहैया करा रही है। मैं उनके फर्जी दावे को लेकर वीडियो फुटेज पेश करने की चुनौती देता हूं।

पटना। बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली-एनसीआर से बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों के पलायन को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने जिस तरह बाकायदा घोषणा कर, बसों में भरकर प्रवासी मजदूरों को सीमा के बाहर धकेला, उससे बिहार में अभूतपूर्व मानवीय संकट खड़ा हुआ है। संजय ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘दिल्ली सरकार ने जिस तरह बाकायदा घोषणा कर, बसों में भरकर प्रवासी मजदूरों को सीमा के बाहर धकेला, उससे बिहार में अभूतपूर्व मानवीय संकट खड़ा हुआ है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, कुछ लोगों की ढिठाई, संकीर्ण मानसिकता और ओछी राजनीति से बिहार आज कोविड-19 के दहकते मुहाने पर खड़ा है।’’ संजय ने कहा कि लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया, ‘‘रात में घोषणा की गयी कि आप लोगों को घर ले जाने के लिए आईएसबीटी और आनंदविहार में बस लगी हुई है और वहां से बसों में भर—भरकर लोगों को निकाला गया। कुछ लोगों का पानी और बिजली काट दिया गया।’’ संजय ने कहा, “केजरीवाल अब खोखली दलील दे रहे हैं, लोगों से वापस रहने का आग्रह कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार चार लाख प्रवासियों को भोजन मुहैया करा रही है। मैं उनके फर्जी दावे को लेकर वीडियो फुटेज पेश करने की चुनौती देता हूं।’’ उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों से लौटे 25,000 लोगों को गांव भिजवा गया है और उनके गांव के स्कूल में ही उनके रहने की व्यवस्था की गयी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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