PFI फंडिग में ED की जांच के बाद क्यों उठे सिब्बल पर सवाल, जानें क्या है पूरा मामला?
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पीएफआई के 73 बैंक खातों से 120 करोड़ का लेन-देन का इस्तेमाल सीएए विरोध-प्रदर्शन के लिए हुआ है। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का नाम भी शामिल हैं। कपिल सिब्बल ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि आरोपों में सच्चाई नहीं है।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लखनऊ समेत कई इलाकों को हिंसा की आग में झोंकने के मामले में विवादित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई)का हाथ होने के सबूत मिले हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएफआई की जांच में बड़ा खुलासा किया है। ईडी की जांच में पाया गया है कि पीएफआई के बैंक खातों में जमा करोड़ों रुपये नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ईडी को 73 बैंक अकाउंट का पता चला है इनमें से 27 पीएफआई के हैं। नौ बैंक खाते उसकी संबंधित इकाई रिहैब फाउंडेशन एनटीआरआईएफ के हैं। इसके अलावा 17 अलग-अलग बैंकों में पीएफआई से संबंधित व्यक्तियों या इकाइयों के साथ खाते हैं। इन बैंक खातों में दर्ज किए गए लेन-देन की जांच से पता चला है कि इन बैंक खातों में 120.5 करोड़ रुपये जमा किए गए।
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बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में गृह मंत्रालय की रिपोर्ट का जिक्र कर दावा किया गया है कि पीएफआई के 73 बैंक खातों से 120 करोड़ का लेन- देन का इस्तेमाल सीएए विरोध-प्रदर्शन के लिए हुआ है। इस लेन- देन में सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जय सिंह के साथ- साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का नाम भी शामिल हैं। वहीं कांग्रेस के सीनियर लीडर और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल ने एंटी सीएए प्रोटेस्ट के लिए पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया से पैसे लेने के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि आरोपों में सच्चाई नहीं है और यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है। साथ ही सिब्बल ने समाचार समूहों पर उनके नाम से खबर चलाने को लेकर कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी है।
Kapil Sibal: Media has put up a story that ED told them that CAA protests are funded by PFI & part of that funding has come to some advocates,including me. I wish both the media & those who leaked these stories did a bit of homework because they wouldn't have leaked it otherwise. pic.twitter.com/9AQv78qIpl
— ANI (@ANI) January 27, 2020
दूसरी तरफ देश में सीएए विरोधी प्रदर्शनों को भड़काने संबंधी खबरों पर पॉपुलर र फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के महासचिव मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा है कि हम सीएए विरोधी प्रदर्शनों और पीएफआई के वित्तरीय गठजोड़ वाली खबरों की निंदा करते हैं।
मोहम्मद अली जिन्ना, महासचिव, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI): CAA के विरोध को भड़काने के लिए PFI पर वित्तीय आरोपों की रिपोर्टों की हम कड़ी निंदा करते हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया था कि PFI से जुड़े 73 बैंक खातों के माध्यम से CAA के विरोध के लिए 120 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए थे
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2020
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