Modi 3.0 में नीतीश ने क्यों नहीं मांगा बड़ा मंत्रालय? प्रशांत किशोर ने किया चौंकाने वाला खुलासा

Prashant Kishor
ANI
अंकित सिंह । Jun 26 2024 7:29PM

किशोर ने नेताओं को उनके प्रदर्शन और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण के आधार पर चुनने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि केवल उन लोगों को ही पद पर रहना चाहिए जो लोगों के लिए सक्रिय रूप से काम करते हैं, क्योंकि नागरिकों को संवैधानिक तरीकों से अप्रभावी नेताओं को हटाने का अधिकार है।

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मोदी कैबिनेट में कोई बड़ा मंत्रालय नहीं मांगने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। किशोर ने कहा कि कुमार ने अपनी पार्टी के भीतर आंतरिक असंतोष को रोकने के लिए एक प्रमुख मंत्रालय की मांग करने का विकल्प चुना। किशोर ने सुझाव दिया कि बिहार के सीएम को डर है कि अगर उन्होंने किसी और को महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया, तो इससे उनके नेतृत्व के लिए चुनौतियां पैदा हो सकती हैं। इसलिए, कुमार ने ऐसे मंत्रालय को प्राथमिकता दी जहां वह विवादों या आंतरिक विरोध का सामना किए बिना काम कर सकें।

इसे भी पढ़ें: Bihar Reservation: सुप्रीम कोर्ट जाएगी बिहार सरकार, तेजस्वी ने सीएम नीतीश की चुप्पी पर उठाए सवाल, BJP का पलटवार

यह तब आया है जब बिहार में राजनीतिक परिदृश्य उन आरोपों के बाद गर्म हो गया है कि राज्य को प्रधान मंत्री मोदी की सरकार में कोई महत्वपूर्ण मंत्रालय नहीं मिला। राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे राजनीतिक स्टंट बताकर खारिज कर दिया। यह चर्चा जद (यू) नेता आरसीपी सिंह के खिलाफ आरोपों के मद्देनजर आई है, जिनके पास पहले एक मंत्रालय था और बाद में उन पर अपनी पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया था। सिंह अंततः भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें इस्पात मंत्रालय दिया गया।

किशोर ने नेताओं को उनके प्रदर्शन और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण के आधार पर चुनने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि केवल उन लोगों को ही पद पर रहना चाहिए जो लोगों के लिए सक्रिय रूप से काम करते हैं, क्योंकि नागरिकों को संवैधानिक तरीकों से अप्रभावी नेताओं को हटाने का अधिकार है। किशोर ने गरीबी उन्मूलन और सतत विकास को बढ़ावा देने में शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर देते हुए मतदाताओं से अल्पकालिक राजनीतिक लाभ के बजाय दीर्घकालिक विकास संबंधी मुद्दों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।

इसे भी पढ़ें: Bihar: नीतीश कुमार को क्या हुआ? PM मोदी की अंगुलियों में अचानक क्या देखने लगे, वायरल हो रहा वीडियो

किशोर ने बिहार के मतदाताओं से शिक्षा के माध्यम से अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य सुरक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हुए सलाह दी, "अस्थायी इशारों के आधार पर मतदान करना बंद करें।" उन्होंने जोर देकर कहा कि एक शिक्षित युवा आबादी बिहार को समृद्धि की ओर ले जा सकती है, राजनीतिक संरक्षण पर निर्भरता कम कर सकती है और समग्र सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार कर सकती है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़