Sonia, Rahul Gandhi, Mamata Banerjee और Mallikarjun Kharge जी चुप क्यों? देश से त्वरित माफ़ी मांगें: Anurag Thakur
ठाकुर ने कहा, "हालिया चुनावों में मिली पराजय से विपक्ष हताश और निराश है। इंडी अलायंस के नेताओं द्वारा उपराष्ट्रपति जी का अपमान उनकी बौखलात, अहंकार और संविधान विरोधी मानसिकता का प्रमाण है। राहुल गांधी ने स्वयं इस कुकृत्य को एंप्लीफाई करने का कार्य किया है। ये केवल उप राष्ट्रपति जी का नहीं बल्कि उनके पूरे समाज, संविधान व देश का अपमान है।"
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज संसद भवन परिसर के बाहर संवाददाताओं से वार्तालाप करते हुए विपक्ष द्वारा लगातार हंगामा कर संसद नहीं चलने दिए जाने व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
ठाकुर ने कहा, "हालिया चुनावों में मिली पराजय से विपक्ष हताश और निराश है। इंडी अलायंस के नेताओं द्वारा उपराष्ट्रपति जी का अपमान उनकी बौखलात, अहंकार और संविधान विरोधी मानसिकता का प्रमाण है। राहुल गांधी जी ने स्वयं इस कुकृत्य को एंप्लीफाई करने का कार्य किया है। ये केवल उप राष्ट्रपति जी का नहीं बल्कि उनके पूरे समाज, संविधान व देश का अपमान है। देश इसे कतई स्वीकार नही करेगा। विपक्ष लोकतंत्र की हत्या करना चाहता है। विपक्ष का काम संविधान का अपमान करना है। उपराष्ट्रपति जी के पक्ष में अब लोग सामने आ रहे है। सड़कों पर आ रहे हैं। एनडीए के सांसद संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का सम्मान करते है।''
इसे भी पढ़ें: पीएम मोदी ने हामिद अंसारी का किया था अपमान, जयराम रमेश ने शेयर किया पुराना वीडियो
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, "राष्ट्रपति के बाद अब उपराष्ट्रपति जैसे बड़े संवैधानिक पद के अपमान पर आख़िर सोनिया, राहुल, ममता और खड़गे जी चुप क्यों हैं, देश से माफ़ी क्यों नहीं माँग रहे। उपराष्ट्रपति जी का जो अपमान हुआ है क्या वह स्वीकार्य है? खड़गे जी को एक बार नहीं कई बार बोलने के मौके दिए गए। सवाल यह है कि क्या वह चर्चा में शामिल भी होना चाहते हैं, भाग लेना चाहते हैं? कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल चर्चा से भाग रहे हैं। सारा देश यह देख रहा है कि विपक्ष किस तरह रोज हंगामा करते हैं, तख्तियां लेकर आते हैं, शोर मचाते हैं और अपनी चुनावी पराजय से देश का ध्यान भटकाना चाहते हैं। चुनावों में विपक्ष की जो करारी हार हुई है। हताशा उनके चेहरे पर नज़र आती है।''
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा की उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद का अपमान विपक्ष को कैजुअल लगता है। "ममता बनर्जी इसे कैजुअल बताती हैं। वह कहते हैं कि अगर राहुल गांधी वीडियो नहीं बनाते तो यह देश में एंप्लीफाई कैसे होता। इससे उनकी राजनीति का स्तर पता चलता है। ऐसे लोग प्रधानमंत्री बनने की लालसा रखते हैं। राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, एनडीए के सभी सांसद समेत उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश उपराष्ट्रपति जी के साथ खड़ा है। एनडीए के सांसदों ने राज्यसभा में खड़े होकर अपने उपराष्ट्रपति का सम्मान किया और दिखाया कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए संवैधानिक मूल्यों का कितना सम्मान करती है। मगर विपक्ष अभी तक माफ़ी ना माँग कर अपने अहंकार की पराकाष्ठा दिखा रहा है। ये घटना सामान्य नहीं है।"
इसे भी पढ़ें: राम मंदिर, 370, तीन तलाक, महिला आरक्षण, लोकसभा में बोले शाह- हम जो कहते हैं, वह करते हैं
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, ''राजनीति का स्तर कितना गिर गया है? राहुल गांधी का वीडियो बनाना यह सवाल खड़ा करता है कि क्या विपक्ष अपना मानसिक संतुलन खो चुका है? कोई सामान्य व्यक्ति ऐसी घटना को अंजाम नहीं दे सकता है।'' केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि देश से जुड़े मुद्दों को सदन में क्यों नहीं उठाने दिया जा रहा है? आखिर विपक्ष के नेता संसद की प्रक्रिया में भाग क्यों नहीं ले रहे हैं?'
अन्य न्यूज़