वाराणसी जाने वाली वंदे भारत के पहिये जाम, बुलंदशहर से शताब्दी ट्रेन से भेजे गये यात्री
अधिकारियों ने बताया कि सेमी-हाईस्पीड ट्रेन तय समय पर सुबह छह बजे नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना हुई, लेकिन 90 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद उत्तर प्रदेश स्थित खुर्जा स्टेशन पर इसकी यात्रा समाप्त कर दी गई। वंदे भारत पर सवार सभी 1068 यात्रियों को दिल्ली से भेजी गई शताब्दी एक्सप्रेस में बैठाकर आगे की यात्रा के लिए दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर रवाना किया गया।
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वंदे भारत ट्रेन ने 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलना शुरू किया, लेकिन दिल्ली से 67 किलोमीटर दूर वेर स्टेशन (बुलंदशहर) पर सुबह साढ़े सात बजे रुक गई। इसके बाद ट्रेन को 20 किलोमीटर और आगे खुर्जा स्टेशन तक ले जाया गया। रेलवे ने बयान जारी करके कहा, ‘‘वाराणसी वंदे भारत रेक (ट्रेन संख्या 22436) को सी-आठ कोच की ट्रैक्शन मोटर में खामी आने के कारण उत्तर मध्य रेलवे के दनकौर और वेर रेलवे स्टेशन के बीच नाकामी से जूझना पड़ा।’’ बयान के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की मदद से जाम की स्थिति को ठीक किया गया, लेकिन इस बीच 80 एमएम फ्लैट टायर की समस्या उत्पन्न होने से ट्रेन को 20 किलोमीटर प्रति घंटे की सीमित गति से खुर्जा स्टेशन तक ले जाया गया।
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बयान में कहा गया है कि संचालन में इस नाकामी की विस्तृत जांच की जाएगी।ट्रैक्शन मोटर एक विद्युत मोटर होता है, जिसका इस्तेमाल किसी प्रणाली के प्रोपल्शन में होता है जैसे कि लोकोमोटिव, इलेक्ट्रिक या हाड्रोजन वाहन। ‘फ्लैट टायर का अर्थ पहिए की परिधि पर कुछ सपाट स्थान बनने से पहिये की सही गोलाई का बिगड़ जाना है। लगातार तीन दिनों से वंदे भारत ट्रेन सुर्खियो में है। इससे पहले नई शुरू की गई गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गुरुवार और शुक्रवार को मवेशियों के झुंड से टकराने के कारण चर्चा में रही। इन दोनों दिन ट्रेन के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
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