पश्चिम बंगाल: राशन घोटाले में फंसे एक और टीएमसी नेता, समर्थकों ने किया ईडी टीम पर हमला

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ईडी के अनसार, टीएमसी नेता सहजान शेख के आवास पर छापेमारी के दौरान भीड़ ने उनके वाहनों में तोड़फोड़ की, जिसमें एजेंसी के तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं। भीड़ ने उनके निजी सामान जैसे मोबाइल फोन और बटुए भी छीन लिए। शंकर को राज्य सरकार में मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक का करीबी माना जाता है, जिन्हें पिछले साल कथित घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में कथित राशन घोटाले के सिलसिले में बनगांव नगर निकाय के पूर्व अध्यक्ष शंकर आद्या को शनिवार तड़के गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, उत्तर 24 परगना जिले के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शंकर को एजेंसी ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़ी संपत्तियों पर छपेमारी के बाद बनगांव के सिमुलटोला में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि छापेमारी शुक्रवार को कम से कम 17 घंटे तक चली। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के बाद अधिकारी जब शंकर को ले जाने लगे तो शंकर के समर्थकों ने उनका रास्ता रोकने की कथित तौर पर कोशिश की और अधिकारियों के वाहनों पर पथराव भी किया।

अधिकारियों ने बताया कि ईडी टीम के साथ मौजूद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, छापेमारी के साथ-साथ शंकर से पूछताछ भी की जा रही थी। उनके जवाब संतोषजनक नहीं होने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा, गिरफ्तारी के बाद महिलाओं के नेतृत्व में शंकर के समर्थकों ने अधिकारियों को उन्हें अपने साथ ले जाने से रोकने की कोशिश की। साथ आए सीआरपीएफ के जवानों ने स्थिति को नियंत्रित किया। पड़ोसी दक्षिण 24 परगना जिले के संदेशखाली में शुक्रवार को हुए हमले के बाद एजेंसी पर यह दूसरा हमला था।

ईडी के अनसार, टीएमसी नेता सहजान शेख के आवास पर छापेमारी के दौरान भीड़ ने उनके वाहनों में तोड़फोड़ की, जिसमें एजेंसी के तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं। भीड़ ने उनके निजी सामान जैसे मोबाइल फोन और बटुए भी छीन लिए। शंकर को राज्य सरकार में मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक का करीबी माना जाता है, जिन्हें पिछले साल कथित घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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