विनय सहस्त्रबुद्धे ने बाताय, महाराष्ट्र चुनाव में क्यों है भाजपा को बढ़त
सहस्त्रबुद्धे ने पार्टी के विस्तार में फड़नवीस के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ अपने क्षेत्र या आसपास के इलाकों पर ध्यान केंद्रित नहीं किया, बल्कि पूरे राज्य का एक विकास सुनिश्चित किया।
नयी दिल्ली। भाजपा उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बारे में रविवार को कहा कि पार्टी द्वारा जाति की पहचान को राष्ट्रवाद की भावना से बदलने में मिली सफलता और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की जाति निरपेक्ष छवि से पार्टी को फायदा मिल रहा है। सहस्त्रबुद्धे जो खुद महाराष्ट्र से हैं, ने कहा कि राज्य की राजनीति हमेशा से जाति आधारित थी, लेकिन पिछले पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने प्रत्येक जाति समूह में अपनी पहचान बनाने में सफलता हासिल की है।
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उन्होंने बताया, “आज भाजपा ने राज्य में जाति की पहचान को सफलतापूर्वक खत्म करके उसे एक मजबूत राष्ट्रवाद की भावना में बदल दिया है... राष्ट्रवादी परिप्रेक्ष्य में एक सामाजिक सांस्कृतिक समूह में।” उन्होंने कहा कि एक समय विपक्षी दल भाजपा को सिर्फ ब्राह्मणों और वैश्यों की पार्टी कहते थे, लेकिन अब कांग्रेस और राकांपा के मजबूत गढ़ रहे उत्तरी और पश्चिमी महाराष्ट्र में भाजपा की मजबूत पकड़ है। सहस्त्रबुद्धे ने पार्टी के विस्तार में फड़नवीस के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ अपने क्षेत्र या आसपास के इलाकों पर ध्यान केंद्रित नहीं किया, बल्कि पूरे राज्य का एक विकास सुनिश्चित किया।
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उन्होंने कहा, “इससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री के प्रभाव वाले इलाकों के आसपास ही विकास कार्यों का फोकस रहता था, लेकिन फड़नवीस ने पूरे राज्य के लिए काम किया।” राज्य में मराठा आरक्षण सहित भाजपा सरकार के “साहसी” फैसलों का जिक्र करते हुए सहस्त्रबुद्धे ने कहा, “पिछले पांच वर्षों में फड़नवीस जाति निरपेक्ष नेता बनकर उभरे हैं।” राज्य में भाजपा और शिवसेना गठबंधन को उन्होंने “समान विचारधारा वाले दलों का स्वाभाविक साझेदारी” बताया।
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