बल्ला कांड पर बोले विजयवर्गीय, मेरा बेटा और निगम प्रशासन दोनों ही कच्चे खिलाड़ी
भाजपा महासचिव ने तंज कसते हुए कहा, अगर राज्य सरकार ने अब तक ऐसा सकुर्लर जारी नहीं किया है कि बारिश में आवासीय मकानों को तोड़ा नहीं जायेगा, तो कमलनाथ को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से पूछ कर इस आशय का आदेश जारी करना चाहिये।
इंदौर। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने विधायक बेटे द्वारा इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से सरेआम पीटे जाने के बहुचर्चित मामले को सोमवार को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन और उनका बेटा, दोनों कच्चे खिलाड़ी साबित हुए क्योंकि शहरी निकाय के अमले द्वारा बुधवार को एक जर्जर मकान को ढहाने की कोशिश के दौरान भाजपा के निर्वाचित जन प्रतिनिधि के साथ हुए विवाद को टाला जा सकता था। विजयवर्गीय को उनके गृह क्षेत्र परदेशीपुरा के एक शिव मंदिर में अपने विधायक बेटे आकाश (34) और अन्य समर्थकों के साथ भजन गाते देखा गया। भजन-कीर्तन सम्पन्न होने के बाद भाजपा महासचिव ने संवाददाताओं से कहा, इंदौर में हाल ही जो भी घटनाक्रम (जर्जर मकान को ढहाने की कोशिश के दौरान हुआ विवाद) हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण था। इस विवाद को टाला जा सकता था।
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Kailash Vijayvargiya, BJP on his son & BJP MLA Akash Vijayvargiya: It is very unfortunate. I think there was mishandling from both the sides. Kachhe khiladi hain - Akash ji bhi aur nagar nigam commissioner. It wasn't a big issue but it was made huge. pic.twitter.com/y9dPvcUvG3
— ANI (@ANI) July 1, 2019
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