उपराष्ट्रपति ने पाकिस्तान को चेताया, कहा- अपनी भलाई चाहता है तो आतंकवाद त्यागे
उपराष्ट्रपति ने भारत के अभिन्न हिस्से जम्मू कश्मीर समेत अपने पड़ोसियों के विरूद्ध सीमापार से आतंकवाद चलाने की पाकिस्तान की पुरानी नीति को एक बार फिर सही ठहराने के लिए इस इस मंच का दुरूपयोग करने को लेकर अफसोस भी प्रकट किया।
बाकू (अजरबैजान)। पाकिस्तान को आतंकवाद का ‘मौजूदा अधिकेंद्र ’ करार देते हुए भारत ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को अपनी, पड़ोसियों और दुनिया की भलाई के लिए निर्णायक ढंग से आतंकवाद को त्याग देना चाहिए।
I am delighted to be among our friends here in #Baku for this historic 18th Summit of the #NonAlignedMovement to deliver the national statement of #India.
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) October 25, 2019
My congratulations to #Azerbaijan for assuming leadership of our Movement at a critical juncture in its journey.#NAM pic.twitter.com/ukVbcDR4qR
यहां गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 18 वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आतंकवाद न केवल अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए बल्कि 120 सदस्यीय इस संगठन के मूल सिद्धांतों के लिए भी एक सबसे बड़ा विनाशकारी खतरा है। उन्होंने कहा, ‘‘ आतंकवाद के विषय पर हमारी सोच स्वभाविक रूप से उसके मौजूदा अधिकेंद्र पाकिस्तान की ओर जाती है।’’ उपराष्ट्रपति ने भारत के अभिन्न हिस्से जम्मू कश्मीर समेत अपने पड़ोसियों के विरूद्ध सीमापार से आतंकवाद चलाने की पाकिस्तान की पुरानी नीति को एक बार फिर सही ठहराने के लिए इस इस मंच का दुरूपयोग करने को लेकर अफसोस भी प्रकट किया।
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उन्होंने सख्त लहजे में कहा, ‘‘वाकई, हम पाकिस्तान के आचरण के संदर्भ में इस गहरी चिंता को लेकर बड़े क्षेत्र की बात करते हैं। गुटनिरपेक्ष आंदोलन में हम सभी अपने विकास लक्ष्यों एवं आकांक्षाओं को पूरा करने पर केंद्रित हैं। पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय का विश्वास जीतने के लिए स्पष्ट रूप से काफी कुछ करने की जरूरत है। उसे अपनी, पड़ोसियों और दुनिया की भलाई के लिए आतंकवाद को त्यागने का फैसला करना चाहिए।’
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