उपराष्ट्रपति धनखड़, प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को केंद्रीय कक्ष में समारोह का नेतृत्व करेंगे
वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रल्हाद जोशी ने व्यक्तिगत रूप से समारोह की व्यवस्था की निगरानी की और अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद उन्होंने केंद्रीय कक्ष का दौरा किया। नए संसद भवन में कार्यवाही की शुरुआत गणेश चतुर्थी के दिन हो रही है, जो किसी भी नयी शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है।
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला देश की समृद्ध संसदीय विरासत को याद करने और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला देश की समृद्ध संसदीय विरासत को याद करने और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने के लिए मंगलवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में एक समारोह का नेतृत्व करेंगे। करीब डेढ़ घंटे का यह समारोह राष्ट्रगान के साथ शुरू और खत्म होगा तथा उसके बाद दोपहर का भोजन होगा। इसके बाद शीर्ष नेता सभी सांसदों को नए संसद भवन तक ले जाएंगे। राज्यसभा के एक बुलेटिन में कहा गया, ‘‘राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों से अनुरोध है कि वे भारतीय संसद की समृद्ध विरासत को याद करने और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के लिए एक समारोह में हिस्सा लेने 19 सितंबर को पूर्वाह्न 11 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में इकट्ठा हों।’’
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी केंद्रीय कक्ष में समारोह में स्वागत भाषण देंगे और इस अवसर पर वरिष्ठ सांसद भी संबोधित करेंगे। सूत्रों ने कहा कि भाजपा सांसद मेनका गांधी, जो सबसे वरिष्ठ लोकसभा सदस्य भी हैं, पहली वक्ता होंगी। मेनका गांधी के बाद समारोह को संबोधित करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से संपर्क किया गया है। हालांकि, सिंह के करीबी सूत्रों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की तबीयत कुछ समय से ठीक नहीं है और हो सकता है कि वह उपस्थित न हों। समारोह में वरिष्ठ सांसद शिबू सोरेन का संबोधन भी होगा, जिनका लोकसभा और राज्यसभा का संयुक्त अनुभव किसी भी अन्य सदस्य से अधिक है। समारोह को राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, उच्च सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी संबोधित करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के समारोह के दौरान संसद के केंद्रीय कक्ष में संविधान की एक प्रति ले जाने की भी उम्मीद है। केंद्रीय कक्ष के समारोह से पहले तीन अलग-अलग समूह की तस्वीरें पुराने संसद भवन के प्रांगण में ली जाएंगी। पहली तस्वीर राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सदस्यों की, दूसरी राज्यसभा सदस्यों की और तीसरी लोकसभा सदस्यों की होगी। नए भवन में लोकसभा की कार्यवाही अपराह्न 1.15 बजे शुरू होगी, जबकि राज्यसभा की बैठक अपराह्न 2.15 बजे होगी। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रल्हाद जोशी ने व्यक्तिगत रूप से समारोह की व्यवस्था की निगरानी की और अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद उन्होंने केंद्रीय कक्ष का दौरा किया। नए संसद भवन में कार्यवाही की शुरुआत गणेश चतुर्थी के दिन हो रही है, जो किसी भी नयी शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है।
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