महाकुंभ 2021 के लिये उत्तराखंड ने केंद्र से मांगे 5000 करोड़ रुपए
महाकुंभ को सुविधाजनक बनाने व भीड़ प्रबंधन में सहयोग के लिए आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देने तथा बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विशेष ध्यान रखने पर जोर देते हुए रावत ने कहा कि महाकुंभ के दौरान हरिद्वार में भीड़ प्रबंधन के लिये जिलाधिकारी, पुलिस के अधिकारी व रेलवे के अधिकारी आपसी समन्वय कर सुनियोजित कार्ययोजना बनायें।
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज कहा कि वर्ष 2021 में हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ के लिये केंद्र से 5000 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मांगी गयी है। हरिद्वार में नगर विकास मंत्री मदन कौशिक तथा सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि इस बार आयोजित होने वाला कुंभ अपने आप में ऐतिहासिक एवं विशेष होगा।
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उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद हरिद्वार में होने वाले दूसरे महाकुम्भ के कार्यों में तेजी लाने के लिए जल्द ही स्थाई मेला अधिकारी व मेला पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेले के सफल आयोजन के लिये भारत सरकार से 5000 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद मांगी गई है। उन्होंने कहा कि कुंभ में होने वाले स्थाई कार्यों की जल्द स्वीकृति दी जायेगी।
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महाकुंभ को सुविधाजनक बनाने व भीड़ प्रबंधन में सहयोग के लिए आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देने तथा बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विशेष ध्यान रखने पर जोर देते हुए रावत ने कहा कि महाकुंभ के दौरान हरिद्वार में भीड़ प्रबंधन के लिये जिलाधिकारी, पुलिस के अधिकारी व रेलवे के अधिकारी आपसी समन्वय कर सुनियोजित कार्ययोजना बनायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान अखाड़ों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जायेगा।
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