'नाम-सिंबल' जाने के बाद अब शिवसेना-उद्धव ठाकरे को एक और झटका, Twitter ने छीना ब्लू टिक
पार्टी के मीडिया हैंडल @ShivsenaComms ने भी अपना ब्लू टिक खो दिया और इसे @ShivsenaUBTComm नाम दिया गया है। ट्विटर पर @ShivSena नाम से कोई वेरिफाइड हैंडल नहीं है। ट्विटर हैंडल बदलने के बाद ट्विटर वेरिफिकेशन खत्म हो गया था।
पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर चुनाव आयोग (ईसी) के आदेश के बाद उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) ने अपना हैंडल @ShivSena से @ShivSenaUBT_ में बदलने के बाद ट्विटर पर ब्लू टिक भी गंवा दिया है। पार्टी के मीडिया हैंडल @ShivsenaComms ने भी अपना ब्लू टिक खो दिया और इसे @ShivsenaUBTComm नाम दिया गया है। ट्विटर पर @ShivSena नाम से कोई वेरिफाइड हैंडल नहीं है। ट्विटर हैंडल बदलने के बाद ट्विटर वेरिफिकेशन खत्म हो गया था।
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चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को 'शिवसेना' नाम और उसके चुनाव चिन्ह धनुष और तीर आवंटित करने के बाद नाम और हैंडल बदलने की आवश्यकता थी। उद्धव की सेना अभी भी अपने फेसबुक पेज पर 'शिवसेना' नाम का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन चुनाव आयोग के आदेश के बाद से पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट डाउन हो गई है। टीम उद्धव ने अपने यूट्यूब चैनल का नाम भी शिवसेना से बदलकर शिवसेना यूबीटी कर दिया है।
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शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर अपने सर्वसम्मत आदेश में चुनाव आयोग ने कहा कि वह विधायक दल में पार्टी की संख्या बल पर निर्भर था, जहां एकनाथ शिंदे को 55 में से 40 विधायकों और 18 लोकसभा में से 13 का समर्थन प्राप्त था। चुनाव निकाय ने ठाकरे गुट को राज्य में चल रहे विधानसभा उपचुनावों के समापन तक पिछले साल एक अंतरिम आदेश में दिए गए 'शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे' नाम और 'ज्वलंत मशाल' चुनाव चिन्ह को बरकरार रखने की अनुमति दी है।
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