Prabhasakshi NewsRoom: उदयपुर में दर्जी के हत्यारों का पाक लिंक सामने आया, परिजनों को सौंपा गया कन्हैया लाल का शव
केंद्र सरकार उदयपुर घटना को आतंकवादी हमला मान रही है और एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं।
राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में एक दर्जी की गला काटकर हत्या किये जाने के बाद लोगों के रोष को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए, राज्य भर में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और अगले एक महीने के लिए सभी ज़िलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। फिलहाल हालात शांतिपूर्ण हैं लेकिन सरकार और प्रशासन चौकस हैं। घटना के बाद रात आठ बजे उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि आरोपियों के क्या इरादे थे, उनके किससे लिंक थे राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर, इन सभी बातों का खुलासा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है और ये घटना मामूली नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुभव कहता है कि राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर किसी से लिंक ना हो तब तक ऐसी घटनाएं नहीं होती हैं। इसीलिए उसी रूप में इस मामले की जांच की जा रही है।
इस बीच, उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने कहा है कि उदयपुर में मृतक कन्हैया लाल के परिजनों को 31 लाख रुपए का आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा। वहीं राजस्थान की मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने मंगलवार शाम उच्चस्तरीय बैठक की और सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिलाधिकारियों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। सरकारी बयान में मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से प्रदेशभर में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किए जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू करने, पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठक आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि उदयपुर की घटना के वीडियो के मोबाइल एवं अन्य माध्यमों से प्रसार पर सख्ती से रोक लगाई जाए, साथ ही वीडियो को प्रसारित करने वाले लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
उधर केंद्र सरकार उदयपुर में मंगलवार को की गई एक दर्जी की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रही है और एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि जांच दल मामले की गहन जांच करेगा और गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पृष्ठभूमि की पड़ताल करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया यह एक आतंकी मामला लगता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है जिसमें उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को खंगालना शामिल है। माना जा रहा है कि कड़े गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद मामले को जांच के लिए एनआईए को सौंपे जाने की संभावना है।
हम आपको बता दें कि सोमवार को दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि उन्होंने ‘‘इस्लाम के अपमान’’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया। हमलावरों ने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था। दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की। अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं। दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे। दूसरे आरोपी का नाम गौस मोहम्मद है। पुलिस के अनुसार आरोपियों को राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र से पकड़ा गया। राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर भागने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें भीम क्षेत्र में नाकेबंदी के दौरान पकड़ लिया गया।
हम आपको बता दें कि मृतक टेलर कन्हैया लाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था। जमानत मिलने के बाद दर्जी ने 15 जून को पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं। हत्या की घटना के बाद पुलिस ने शिकायत के समय लापरवाही बरतने के आरोप में एक सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है।
इस बीच, घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति’’ का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि वीडियो में देखे गए लोगों ने 17 जून को दर्जी को धमकी दी थी। उन्होंने दावा किया, ‘‘पीड़ित ने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन पुलिस ने नहीं दी।’’ पूनियां ने कहा कि यह राज्य सरकार की उदासीनता को दिखाता है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि कल जब मैंने भी वीडियो देखा तो मैं चौक गया। वास्तव में इस प्रकार की घटना पहली बार देखी है कि कोई आदमी घटना की वीडियो बनाए फिर अपनी भी वीडियो बनाए और उसे वायरल करे।
वहीं राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा है कि राहुल गांधी ने कहा था कि BJP ने देश में केरोसिन छिड़क दिया है जो कहीं भी आग सुलगा सकता है। यह भाजपा का किया धरा है और निश्चित रूप से भाजपा इन घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार है। वहीं राजस्थान के एक अन्य मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा है कि इस मामले में SIT गठित कर दी गई है। पुलिस ने 6 घंटे में आरोपियों को पकड़ा है। इस तरह की घटना न हो उसके लिए प्रशासन को मुस्तैद कर दिया है।
वहीं अजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा है कि भारत के मुसलमान देश में कभी भी तालिबानी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने एक बयान में कहा ‘‘कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढावा नहीं देता है विशेष रूप से इस्लाम धर्म में सभी शिक्षाएं शांति के स्त्रोत के रूप में कार्य करती है।’’ खान ने कहा कि आरोपी कुछ कट्टरपंथी समूहों का हिस्सा थे जो हिंसा के रास्ते से ही समाधन ढूंढ़ते हैं। इस बीच, राजस्थान पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन ने कहा है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है। उन्होंने जानकारी दी कि मृतक का पोस्टमार्टम हो गया है और पार्थिव देह उसके परिजनों को सौंप दी गयी है, थोड़ी देर में दाह संस्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है यह शांतिपूर्वक होगा। उन्होंने जानकारी दी कि संवेदनशील और धार्मिक जगहों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है। इस बीच, कन्हैया लाल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर भीड़ देखी जा रही है।
~ नीरज कुमार दुबे
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