मध्य प्रदेश की दो बहिनों ने बंजर पहाड़ियों को किया हरा-भरा, मुख्यमंत्री ने पर्यावरण दिवस पर किया सम्मानित
श्रीमती कल्लो बाई एवं शालनी से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों बहनों ने अपने कार्य से यह सिद्ध कर दिया है कि, यदि चाह है तो सब कुछ संभव है। दोनों ने बहुत मुश्किल कार्य किया है। इन्होंने जंगलों में जीवित ठूठों को ढूंढ़कर उनकी देखभाल की। अब वहां सागौन का घना जंगल खड़ा हो गया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बंजर पहाड़ियों को हरा-भरा करने के कार्य के लिए मंडला जिले के ग्राम वन समिति मनेरी की दो बहनों श्रीमती कल्लो बाई एवं शालिनी को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इन दोनों वन देवियों से बात की। श्रीमती कल्लो बाई एवं शालनी से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों बहनों ने अपने कार्य से यह सिद्ध कर दिया है कि, यदि चाह है तो सब कुछ संभव है। दोनों ने बहुत मुश्किल कार्य किया है। इन्होंने जंगलों में जीवित ठूठों को ढूंढ़कर उनकी देखभाल की। अब वहां सागौन का घना जंगल खड़ा हो गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इन बहिनों को 25-25 हजार रूपये की सम्मान निधि देने की घोषणा भी की।
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मध्य प्रदेश के मंडला जिले के मनेरी ग्राम वन समिति में श्रीमती कल्लोबाई और शालिनी पर्यावरण की दृष्टि से वन क्षेत्र की सुरक्षा विगत 13 वर्षों से सक्रिय रूप से कर रही है। वन को बचाने में अपनी भूमिका निभा रही श्रीमती कल्लोबाई और शालिनी ने मुख्यमंत्री चौहान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होनें कहा कि आज का दिन हमारी जिंदगी का यादगार दिन रहेगा। हमने कभी सोचा भी न था कि हमारे द्वारा किये जा रहे कार्य को कोई मुख्यमंत्री इतनी गंभीरता से लेंगे। पहली बार मुख्यमंत्री से चर्चा कर हम अभिभूत है। उन्होंने बताया कि वन ही हमार जीवन है, अपने जीवन को सुरक्षित करने और आगे आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिये वन संरक्षण करना अपनी आदत बना ली है। हमें मालूम है कि वनों से न केवल पर्यावरण सुधरता है, बल्कि कई परिवार भी इसी से चलते हैं।
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