पॉक्सो मामले में अदालत से सच्चाई सामने आएगी, सिद्धरमैया को करारा जवाब मिलेगा: Yediyurappa

Yediyurappa
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भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि जब अदालत (पॉक्सो) मामले पर फैसला करेगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी और कांग्रेस नेता को करारा जवाब मिलेगा। येदियुरप्पा कांग्रेस नेता सिद्धरमैया के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

मैसूरु (कर्नाटक) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि जब अदालत (पॉक्सो) मामले पर फैसला करेगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी और कांग्रेस नेता को करारा जवाब मिलेगा। येदियुरप्पा कांग्रेस नेता सिद्धरमैया के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने उनसे (येदियुरप्पा) सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने को कहा था क्योंकि वह पॉक्सो अधिनियम के मामले में आरोपी हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूखंड आवंटन ‘घोटाले’ की ओर इशारा करते हुए कहा कि सिद्धरमैया के संन्यास लेने और घर जाने का समय आ गया है। 

येदियुरप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘उन्हें (सिद्धरमैया को) ऐसी बातें कहनी ही पड़ती हैं। उनके ‘रिटायर’ होने और घर जाने का समय नजदीक आ रहा है, उनके लिए दूसरों के बारे में ऐसी बातें कहना स्वाभाविक है। कौन ‘रिटायर’ होगा, कौन नहीं, यह हमें आने वाले दिनों में पता चलेगा, जब कुछ दिनों में अदालत द्वारा मामले का फैसला किया जाएगा। उसके बाद तय करेंगे कि कौन रिटायर होगा।’’ यहां पत्रकारों से बातचीत में येदियुरप्पा (81) ने कहा, ‘‘अदालत से मेरे खिलाफ मामले में फैसला आने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी। तब तक मैं कुछ नहीं कहूंगा। मुझे लगता है कि अदालत के आदेश के बाद सिद्धरमैया को करारा जवाब मिलेगा। 

वह जो भी कहना चाहते हैं, बोल रहे हैं, उन्हें बोलने दीजिए, उनके पास समय है। लोग उन्हें करारा जवाब देंगे।’’ सिद्धरमैया ने एमयूडीए भूखंड आवंटन ‘घोटाले’ के सिलसिले उनसे इस्तीफा मांगने के येदियुरप्पा ‘‘नैतिक अधिकार’’ पर सवाल उठाते हुए बुधवार को कहा था कि उन्हें सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेना चाहिए, क्योंकि वह यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के एक मामले में आरोपी हैं। पॉक्सो मामला इस साल 14 मार्च को 17 वर्षीय एक किशोरी की मां की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि येदियुरप्पा ने दो फरवरी को बेंगलुरु की डॉलर्स कॉलोनी स्थित अपने आवास पर एक मुलाकात के दौरान उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया था। 

मामले की जांच कर रहे आपराधिक जांच विभाग ने 27 जून को त्वरित सुनवाई अदालत में येदियुरप्पा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। विपक्षी भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) सिद्धरमैया के इस्तीफे की मांग को लेकर एक सप्ताह की बेंगलुरु-मैसूरु पदयात्रा पर हैं। आरोप है कि एमयूडीए ने भूमि के आवंटन में धोखाधड़ी की। इसके लाभार्थियों में सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती भी शामिल हैं। दोनों विपक्षी दल शनिवार को मैसूरु पहुंचकर एक विशाल रैली आयोजित करके अपना विरोध मार्च समाप्त करेंगे। कल तब एक बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र के नेतृत्व में पदयात्रा मैसूरु पहुंचेगी। 

येदियुरप्पा ने कहा कि पदयात्रा को लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और ‘‘इस भ्रष्ट सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने’’ के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमारी उम्मीद से कहीं अधिक अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। इस सरकार के खिलाफ जनता का गुस्सा हर जगह व्यक्त किया जा रहा है। इंतजार करते हैं और देखते हैं कि भविष्य में क्या होता है।’’ मुख्यमंत्री के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है जिससे उन्हें इस्तीफा देना पड़े, येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘इस सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच गया है। उन्होंने (सिद्धरमैया) जो किया है वह एक अक्षम्य अपराध है, इसलिए हम इसके खिलाफ लड़ रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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