आदिवासी महिला उम्मीदवार का विरोध उचित नहीं, प्रमोद कृष्णम की कांग्रेस को सलाह, इस पर करें पुनर्विचार
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प. मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा शोषित वंचित और आदिवासियों के साथ खड़ी रही है, राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे विचार से बिलकुल उचित नहीं है, पार्टी हाई कमान को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।
नयी दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की तारीख अब पास आ गई है और एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने तमाम प्रदेशों का दौरा करके सभी दलों से अपने-अपने लिए समर्थन जुटाया। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने पार्टी से यशवंत सिन्हा को दिया गया समर्थन वापस लेने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे विचार से बिलकुल उचित नहीं है।
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कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प. मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा शोषित वंचित और आदिवासियों के साथ खड़ी रही है, राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे विचार से बिलकुल उचित नहीं है, पार्टी हाई कमान को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।
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इससे पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ द्वारा यशवंत सिन्हा के भोपाल दौरे की तस्वीरों को रिट्वीट करते हुए तंज कसा। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ये नौबत आ गयी अब, किसी कांग्रेसी को ही लड़ा देते। हालांकि आचार्य प्रमोद कृष्णम को लेकर अभी तक किसी भी कांग्रेसी ने बयान नहीं दिया।
प.मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा “शोषित” वंचित और “आदिवासियों”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) July 13, 2022
के साथ खड़ी रही है,राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे “विचार” से बिलकुल उचित नहीं है,पार्टी हाई कमान को इस पर “पुनर्विचार”
करना चाहिये.
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