स्पीति घाटी में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए पर्यटक, बर्फबारी और बारिश से 650 सड़कें बंद
पुलिस ने एक बयान में कहा, लाहौल-स्पीति जिले की स्पीति घाटी में फंसे 81 पर्यटकों को रविवार रात सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और विभिन्न होटलों और होमस्टे में ठहराया गया। बयान में कहा गया है कि इस आदिवासी बहुल जिले में लगभग 290 सड़कें अवरुद्ध हैं और कई इलाकों में पिछले दो दिनों से बिजली नहीं है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में फंसे 81 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। भारी बर्फबारी होने से सड़कें बंद होने के कारण पर्यटक फंस गए थे। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण कई जगह हिमस्खलन और भूस्खलन हुए। जिसके कारण पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 650 से अधिक सड़कें सोमवार को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहीं।
पुलिस ने एक बयान में कहा, लाहौल-स्पीति जिले की स्पीति घाटी में फंसे 81 पर्यटकों को रविवार रात सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और विभिन्न होटलों और होमस्टे में ठहराया गया। बयान में कहा गया है कि इस आदिवासी बहुल जिले में लगभग 290 सड़कें अवरुद्ध हैं और कई इलाकों में पिछले दो दिनों से बिजली नहीं है। लाहौल-स्पीति में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण मोबाइल नेटवर्क भी बाधित हो गया है।
अधिकारियों ने कहा कि रविवार को लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास हिमस्खलन से दारा झरने पर असर पड़ा चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया तथा आसपास के इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया। उन्होंने जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी है। इस बीच, राज्य भर में शीतलहर की स्थिति जारी रही।
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