सशस्त्र बलों के लिए ‘टूर ऑफ ड्यूटी’ योजना अंतिम चरण में
सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, इस योजना को इस सप्ताह शुरू किया जा सकता है, क्योंकि तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच विस्तृत विचार-विमर्श के बाद इसे अंतिम रूप दिया जा चुका है।
नयी दिल्ली| सशस्त्र बलों द्वारा ‘टूर ऑफ ड्यूटी’ (टीओडी) योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है, जिसके तहत सैनिकों को अल्पकालिक और दीर्घकालिक अवधि के आधार पर भर्ती किया जाना है।
सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, इस योजना को इस सप्ताह शुरू किया जा सकता है, क्योंकि तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच विस्तृत विचार-विमर्श के बाद इसे अंतिम रूप दिया जा चुका है।
प्रारंभिक प्रस्ताव के अनुसार, निकट भविष्य में सेना में सैनिकों की भर्ती नयी योजना के तहत की जानी है और नयी भर्तियों में से 50 प्रतिशत की सेवा की अवधि तीन से पांच साल के बीच हो सकती है, जबकि बाकी का कार्यकाल लंबा हो सकता है। इस योजना को ‘टूर ऑफ ड्यूटी’ या ‘अग्निपथ’ के नाम से जाना जाएगा।
मूल प्रस्ताव के मुताबिक, कुछ सैनिकों की सेवा अवधि तीन साल, जबकि कुछ अन्य की लगभग पांच साल रहेगी। सूत्रों ने बताया कि इस योजना के तहत भर्ती किए गए कुछ सैनिकों की सेवा की अवधि लंबी भी हो सकती है।
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