Tirupati Laddu Controversy । जगन मोहन रेड्डी ने PM Modi से नायडू को फटकार लगाने की मांग की, जाने क्यों?

Jagan Mohan Reddy
प्रतिरूप फोटो
ANI
एकता । Sep 22 2024 5:07PM

जगन मोहन रेड्डी ने लिखा, 'चंद्रबाबू नायडू एक रोगग्रस्त और आदतन झूठ बोलने वाले व्यक्ति हैं, जो इस हद तक गिर गए हैं कि उन्होंने विशुद्ध रूप से राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। यह जरूरी है कि नायडू को झूठ फैलाने के उनके बेशर्म कृत्य के लिए कड़ी फटकार लगाई जाए।'

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने तिरुपति लड्डू में मिलावट के मुद्दे पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा। अपने इस पत्र में रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को 'आदतन झूठ बोलने वाला' बताया है। इसी के साथ रेड्डी ने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वह मुख्यमंत्री को फटकार लगाएं क्योंकि उन्होंने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया है।

जगन मोहन रेड्डी ने लिखा, 'चंद्रबाबू नायडू एक रोगग्रस्त और आदतन झूठ बोलने वाले व्यक्ति हैं, जो इस हद तक गिर गए हैं कि उन्होंने विशुद्ध रूप से राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। महोदय, इस समय पूरा देश आपकी ओर देख रहा है। यह जरूरी है कि श्री नायडू को झूठ फैलाने के उनके बेशर्म कृत्य के लिए कड़ी फटकार लगाई जाए और सच्चाई को सामने लाया जाए। इससे श्री नायडू द्वारा करोड़ों हिंदू भक्तों के मन में पैदा किए गए संदेह दूर होंगे और टीटीडी की पवित्रता में विश्वास बहाल होगा।'

घटनाक्रम की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखना जरूरी है कि कथित रूप से मिलावटी घी को अस्वीकार कर दिया गया था और उसे टीटीडी के परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि, नायडू ने दुर्भावनापूर्ण इरादे से 18 सितंबर को एक राजनीतिक पार्टी की बैठक में इस मुद्दे को उठाया।

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क्या है पूरा मामला

कुछ दिन पहले, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल की बैठक के दौरान तेदेपा सुप्रीमो ने दावा किया था कि पूर्ववर्ती वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया। इसके दो दिन बाद, 20 सितंबर को टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रयोगशाला जांच में, चयनित नमूनों में पशु चर्बी और सूअर की चर्बी की मौजूदगी का पता चला है और बोर्ड ‘‘मिलावटी’’ घी की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को काली सूची में डालने की प्रक्रिया में है।

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