कोई ‘लहर’ नहीं है, प्रधानमंत्री Narendra Modi की भाषा में केवल ‘जहर’ है : Jairam Ramesh

Jairam Ramesh
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में कोई ‘लहर’ नहीं है, बल्कि उनकी में केवल ‘जहर’ है। कांग्रेस महासचिव रमेश ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘निवर्तमान’ प्रधानमंत्री की संकेत दे रही है कि वह ‘चिंतित और भ्रमित’ हैं।

भुवनेश्वर । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में कोई ‘लहर’ नहीं है, बल्कि उनकी में केवल ‘जहर’ है। कांग्रेस महासचिव रमेश ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘निवर्तमान’ प्रधानमंत्री की संकेत दे रही है कि वह ‘चिंतित और भ्रमित’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उनको (प्रधानमंत्री को) अहसास हो गया है कि किसान, मजदूर, महिला और अन्य पिछड़ा वर्ग उनसे निराश हैं। इसलिए वह हिंदू-मुस्लिम, मुस्लिम लीग, कांग्रेस को टेम्पो में भरकर दिया गया कालाधन और ‘मंगलसूत्र’ की बात करने लगे हैं।’’ रमेश ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री के पक्ष में जमीन पर कोई ‘लहर’नहीं है बल्कि उनकी में केवल ‘जहर’ है। इससे पता चलता कि बदलाव का समय आ गया है।’’ 

उन्होंने कहा कि पिछले चार चरण में 379 लोकसभा सीट के लिए चुनाव हो चुका है और यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दक्षिण में ‘साफ’ हो गई है और उत्तर, पश्चिम और पूर्वी भारत में ‘हाफ’ है।’ कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि इस चुनाव में विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन को बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रही है, क्योंकि ‘धनतंत्र’ देश में हावी हो गया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि दोनों दल लोकसभा और ओडिशा विधानसभा में ‘नकली लड़ाई’ लड़ रहे है। रमेश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नूरा-कुश्ती कर रहे हैं। हालांकि, वास्तविकता यह है कि बीजद ने पिछले 10 साल में संसद में भाजपा का समर्थन किया है।’’ 

उन्होंने कहा कि बीजद सांसदों ने ‘किसान विरोधी, आदिवासी विरोधी और पर्यावरण विरोधी’ विधेयकों का संसद के दोनों सदनों में समर्थन किया और यहां तक ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी ने भाजपा प्रत्याशी अश्विनी वैष्णव को राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने में भी मदद की। रमेश ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘क्या आपने दिल्ली में भाजपा का शत प्रतिशत समर्थन नहीं किया? क्या यह सच नहीं है कि बीजद ने वन अधिकार अधिनियम को कमजोर करने वाले विधेयक, वन संरक्षण अधिनियम में संशोधन, भूमि अधिग्रहण अधिनियम और श्रम संहिता का समर्थन किया था? ’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘बीजद और भाजपा में कोई अंतर नहीं है और ओडिशा में कांग्रेस एकमात्र विकल्प है जो भाजपा-बीजद ‘गठबंधन’ के खिलाफ लड़ रही है।भाजपा को मत देना बीजद को मत देने और बीजद को मत देना भाजपा के समर्थन में मतदान करने के समान है।’’ 

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी के शासन में उड़िया के विकास के लिए एक रुपये भी खर्च नहीं किया गया जबकि संस्कृत के लिए 650 करोड़ रुपये आवंटित किए। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत मनमोहन सिंह सरकार के दौरान उड़िया सहित छह भाषाओं को शास्त्रीय का दर्जा दिया गया। जाति आधारित जनगणना की वकालत करते हुए रमेश ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े समुदायों को उचित आरक्षण देने के लिए यह कवायद जरूरी है। उन्होंने पटनायक से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या वह इसके समर्थन में हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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