जिसने नारी का अपमान किया उसके कुल में पानी देवा-नाम लेवा कोई नहीं बचा- शिवराज सिंह चौहान
कमलनाथ जी के विचारों पर धिक्कार है। एक मां, एक बहन, एक बेटी का अपमान करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती कमलनाथ, तुम्हें लज्जा नहीं आती ? नारी का अपमान भारत की संस्कृति नहीं है, यह भारत की परंपरा नहीं है, यह भारत के जीवन मूल्य नहीं है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डबरा से भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी के समर्थन में सभा के दौरान कहा कि कमलनाथ जी कहते हैं कि मैं इमरती देवी को आइटम कहता हूं, तो जनता ताली बजाती है और चुनाव आयोग कार्यवाही करता है। कमलनाथ जी के विचारों पर धिक्कार है। एक मां, एक बहन, एक बेटी का अपमान करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती कमलनाथ, तुम्हें लज्जा नहीं आती ? नारी का अपमान भारत की संस्कृति नहीं है, यह भारत की परंपरा नहीं है, यह भारत के जीवन मूल्य नहीं है।
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उन्होंने कहा कि डबरा के भाइयों बहनों कमलनाथ जी ने आपकी गैरत को ललकारा है। डबरा के भाइयों बहनों मुझे बताओ कि आप अपनी बहन के अपमान का बदला लेंगे कि नहीं लेंगे ? अहंकार तो रावण का भी नहीं रहा कमलनाथ जी। याद करो डबरा वालों जब माता सीता का अपहरण हुआ था, तब रावण को बहुत समझाया गया था। मंदोदरी, विभीषण, मंत्री सुमंत सभी ने रावण को समझाया था कि मान जाओ और सीता जी वापिस करके भगवान राम की शरण में चले जाओ। रावण का अहंकार नहीं माना और अंत में रावण का वंश सहित विनाश हो गया। जिसने नारी का अपमान किया उसके कुल में पानी देवा-नाम लेवा कोई नहीं बचा।
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