कोई जरूरी नहीं स्टालिन की राय जैसी ही गठबंधन की भी राय हो: अखिलेश
ममता जी (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी), पवार जी (राकांपा नेता शरद पवार) और अन्य लोगों ने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले गठबंधन बनाने के लिए सभी नेताओं को साथ लाने का प्रयास किया।’’
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के प्रस्ताव पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज कहा कि ऐसा कोई आवश्यक नहीं है कि गठबंधन की भी ऐसी ही राय हो।
A Yadav on MK Stalin proposing R Gandhi's name for PM candidate: Ppl are unhappy with BJP. Telangana CM, Mamata ji&Sharad Pawar ji had attempted to bring together all leaders to form an alliance. If someone is giving his opinion,isn't necessary that alliance has the same opinion. pic.twitter.com/TzfhbV9p9Z
— ANI UP (@ANINewsUP) December 18, 2018
अखिलेश ने कहा, ‘‘देश की जनता भाजपा से नाराज है इसीलिए तीन राज्यों में कांग्रेस को सफलता मिली। ममता जी (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी), पवार जी (राकांपा नेता शरद पवार) और अन्य लोगों ने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले गठबंधन बनाने के लिए सभी नेताओं को साथ लाने का प्रयास किया।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई (स्टालिन) अपनी राय दे रहा है तो कोई जरूरी नहीं कि गठबंधन के सभी घटक दलों की राय वही हो।’’ अखिलेश से स्टालिन के शनिवार के उस बयान के बारे में पूछा गया था, जिसमें उन्होंने विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में राहुल के नाम का प्रस्ताव किया था।
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