Kashmir में मरीहा सलीम की पेंटिंग्स के दीवानों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है

Maryha Salim paintings
Prabhasakshi

मरीहा सलीम, "मैं हमेशा से पेंटिंग करना चाहती थी और मैंने दूसरों को पेंटिंग करते हुए देखकर इसे सीखना शुरू किया।" उन्होंने कहा, "मैं हमेशा कुछ ऐसा पेंट करना चाहती हूं जो लोगों की आंखों को सुकून दे और पेंटिंग के जरिए हम अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकें।"

कश्मीर के लोगों को विविध कलाएं विरासत में मिली हैं। कई लोग अपनी इस विरासत को शौकिया स्तर पर आगे बढ़ाते हैं तो कई लोग अपने हुनर को निखार कर दुनिया के सामने अपनी कला का प्रदर्शन कर सबको चमत्कृत कर देते हैं। इसी क्रम में श्रीनगर की 17 वर्षीय छात्रा मरीहा सलीम की खूबसूरत पेंटिंग्स इन दिनों धमाल मचाये हुए हैं। हाल ही में एक आयोजन के दौरान उन्हें अपनी अनूठी कला के लिए लोगों, कलाकारों और हस्तशिल्प विभाग से बहुत सराहना मिली। प्रभासाक्षी से बात करते हुए मरीहा ने कहा कि उनकी पेंटिंग की यात्रा बचपन से शुरू हुई और यह लोगों के चेहरे पर खुशी और मुस्कान लाती है। उन्होंने कहा कि आज का आधुनिक जीवन बहुत जटिल और व्यस्त है, लोगों को अक्सर आराम करने और आनंद लेने का समय नहीं मिलता है, लेकिन मुझे ख़ाली समय के दौरान पेंटिंग करने में सुकून मिलता है।

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उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से पेंटिंग करना चाहती थी और मैंने दूसरों को पेंटिंग करते हुए देखकर इसे सीखना शुरू किया।" उन्होंने कहा, "मैं हमेशा कुछ ऐसा पेंट करना चाहती हूं जो लोगों की आंखों को सुकून दे और पेंटिंग के जरिए हम अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकें।" उन्होंने कहा, "पेंटिंग करते समय समय अलग-अलग होता है, कभी-कभी इसमें दिन और घंटे लग जाते हैं, यह विचार पर निर्भर करता है, लेकिन जब हम पेंटिंग पूरी कर लेते हैं तो इससे हमें संतुष्टि मिलती है।" एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कला के प्रति मेरे जुनून को आगे बढ़ाने में परिवार, दोस्तों और लोगों ने हमेशा मेरा समर्थन किया है।" 

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