दिल्ली में AAP-Congress गठबंधन का श्रेय भी लवली को जाता है : Sanjay Singh
कांग्रेस नेता लवली के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, मैं यह जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि लवली ने कांग्रेस के साथ हमारे गठबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुझे अब उनके विपरीत विचारों के कारणों की जानकारी नहीं है। उन्होंने लवली को इस बात पर भी धन्यवाद दिया कि जब प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था तब वह उनके आवास पर पहुंचने वाले पहले कांग्रेस नेता थे।
नयी दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की आलोचना करते हुये अरविंदर सिंह लवली के दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने के बाद आप ने सोमवार को इस गठबंधन का श्रेय कांग्रेस नेता को दिया। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी के गठबंधन का श्रेय लवली को जाता है।
कांग्रेस नेता लवली के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, मैं यह जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि लवली ने कांग्रेस के साथ हमारे गठबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुझे अब उनके विपरीत विचारों के कारणों की जानकारी नहीं है। उन्होंने लवली को इस बात पर भी धन्यवाद दिया कि जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था तब वह उनके आवास पर पहुंचने वाले पहले कांग्रेस नेता थे। सिंह ने कांग्रेस के साथ हुए गठबंधन के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भी उन्हें धन्यवाद दिया।
संजय सिंह ने इस बारे में और कुछ कहने से इनकार करते हुए कहा कि लवली का इस्तीफा कांग्रेस का आंतरिक मामला है। पिछले साल अगस्त में दिल्ली कांग्रेस की कमान संभालने वाले लवली ने अपने त्यागपत्र में आप के साथ पार्टी के गठबंधन और लोकसभा चुनाव में क्रमश: उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट से कन्हैया कुमार एवं उदित राज को मैदान में उतारने के फैसले की आलोचना की।
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लवली ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ थी, लेकिन पार्टी आलाकमान ने फिर भी आप के साथ गठबंधन किया। इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस (इंडिया) के दो घटकों के बीच हुए सीट-बंटवारे के तहत, कांग्रेस ने दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से तीन पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बाकी चार सीटों पर आप चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस और आप में यह सहमति तब बनी जब दोनों पार्टियों ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया।
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