कोर्ट ने आफताब को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा, अदालत में लगे 'श्रद्धा के हत्यारे को, फांसी दो, फांसी दो' के नारे
आफताब पूनावाला ने पुलिस के सामने दावा किया था कि उसने अपनी प्रेमिका की हत्या की थी। पुलिस लगातार आफताब के खिलाफ सुबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। आफताब पूनावाला को उन जंगलों में भी ले जाया गया जहां उसने श्रद्धा के टुकड़ों को फेंका था।
प्रेमिका श्रद्धा के मर्डर केस में आफताब पूनावाला की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। आफताब पूनावाला को आज साकेत कोर्ट में पेश किया गया था। इसके बाद अफताब को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। हालांकि, पुलिस की ओर से अफताब को लेकर 10 दिनों की कस्टडी मांगी गई थी। आपको बता दें कि आफताब पूनावाला ने 18 मई को अपनी प्रेमिका श्रद्धा की हत्या की थी। उसके बाद उसके शव को लगभग 35 टुकड़ों में बांटकर दिल्ली के जंगलों में फेंक दिया था। 6 महीने बाद इस मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस लगातार आफताब से पूछताछ कर रही है। अदालत ने आफताब के नार्को टेस्ट के लिए भी मंजूरी दे दी है।
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आफताब पूनावाला ने पुलिस के सामने दावा किया था कि उसने अपनी प्रेमिका की हत्या की थी। पुलिस लगातार आफताब के खिलाफ सुबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। आफताब पूनावाला को उन जंगलों में भी ले जाया गया जहां उसने श्रद्धा के टुकड़ों को फेंका था। आफताब पूनावाला की सुनवाई के दौरान कोर्ट में उसके खिलाफ जबरदस्त तरीके से नारेबाजी हुई। वकीलों ने आफताब के लिए फांसी की सजा की मांग की। साथ ही साथ वकीलों ने 'श्रद्धा के हत्यारे को फांसी दो फांसी दो' के नारे भी लगाए।। उससे पहले पुलिस ने जंगल में आरोपी के साथ करीब तीन घंटे बिताए ताकि उन जगहों को चिह्नित किया जा सके, जहां महिला के अंग कथित तौर पर फेंके गये थे।
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दिल्ली पुलिस ने शव के 13 टुकड़ों को विभिन्न क्षेत्रों से बरामद किया है, जिन्हें महिला का माना जा रहा है और इन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा जाएगा। पूनावाला ने कथित रूप से अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की गत मई में गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े किये थे। शव के टुकड़ों को उसने महरौली स्थित एक घर में 300 लीटर के फ्रीज में करीब तीन हफ्तों तक रखा। मंगलवार को घटना के नाट्य रूपांतरण के बाद आरोपी को पुलिस थाने में वापस लाया गया। जब पूनावाला को पुलिसकर्मी जंगल में ले गये ,तब उसका चेहरा कपड़े से ढ़का था तथा कैमरामैन एवं पत्रकार उसका फोटो एवं बयान लेने के लिए एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे। इस नृशंस हत्या को लेकर जनाक्रोश सामने आने लगा है, क्योंकि जब छतरपुर के जंगल में उसे ले जाया गया, तब वहां एक महिला ने उससे सवाल किया कि उसे अपनी करतूतों पर शर्म नहीं है।
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