देश एक है, नागरिकता एक है, यहां कोई प्रवासी नहीं है: नीतीश कुमार

Nitish Kumar

मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे जबकि वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिला परिषद के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, नगर निगम के महापौर-उपमहापौर, मुखिया, सरपंच, वार्ड परिषद के सदस्यगण, पंचायत समिति के सदस्यगण, संबंधित विभाग के प्रधान सचिव-सचिव, जिला पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी, जीविका दीदियां एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति जुड़े थे।

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि देश एक है, नागरिकता एक है और यहां कोई प्रवासी नहीं है। वीडियो कांफ्रेंस एवं वेब कास्टिंग के माध्यम से कोरोना वायरस उन्मूलन कार्यक्रम को प्रभावी रूप से जन-जन तक पहुंचाने के लिए जागरुकता अभियान के संबंध में त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थान के प्रतिनिधियों, नगर निकाय के प्रतिनिधियों, जीविका दीदियों, सरकारी अधिकारियों, कर्मियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों से संवाद करते हुए नीतीश ने कहा कि देश एक है, नागरिकता एक है यहां कोई प्रवासी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा दायित्व है लोगों की सेवा करना। समाज में विवाद नहीं हो, आपस में प्रेम, भाईचारा एवं सद्भाव का माहौल रहे। हम सब साथ मिलकर ऐसा माहौल बनायेंगे कि बिहार में कोई संकट उत्पन्न नहीं हो।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आये लोगों को 14 दिन तक पृथक-वास केन्द्रों में रखा जा रहा है, इन पर सरकार द्वारा औसतन प्रति व्यक्ति व्यय 5,300 रूपये आ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य से बाहर रह रहे हमोर लोगों को काफी तकलीफें हुईं, ज्यादातर लोगों के नियोक्ताओं ने उनका ख्याल नहीं रखा, इसे देखते हुए हमारा प्रयास है कि कोई मजबूरी में काम के लिए बाहर ना जाए, सभी को बिहार में रोजगार मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजनान्तर्गत अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राशि की मदद दी गयी है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 200 से अधिक आपदा केन्द्र चलाये गये जिससे प्रति दिन लगभग 74 हजार लोग लाभान्वित हुये। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आपदा प्रभावितों के लिये हमने हमेशा काम किया है। कोरोना वायरस संक्रमण को भी आपदा मानते हुये लोगों को राहत पहुंचायी गयी। सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है।’’ 

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उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान अब तक सरकार द्वारा लोगों को राहत पहुंचाने के लिये 8 हजार 538 करोड़ 52 लाख रूपये व्यय किये गये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपने राज्य के लोगों के लिए रोजगार सृज्न की दिशा में लगातार काम कर रही है, विकास आयुक्त की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है, बाहर से आये लोगों का कौशल सर्वे कराया जा रहा है साथ ही सभी विभागों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजन करने को कहा गया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे जबकि वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिला परिषद के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, नगर निगम के महापौर-उपमहापौर, मुखिया, सरपंच, वार्ड परिषद के सदस्यगण, पंचायत समिति के सदस्यगण, संबंधित विभाग के प्रधान सचिव-सचिव, जिला पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी, जीविका दीदियां एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति जुड़े थे। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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