राज्यसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में हलचल हुई तेज, शिवसेना विधायकों को होटल में किया शिफ्ट

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ANI
अंकित सिंह । Jun 6 2022 10:39PM

महा विकास आघाडी की ओर से चार उम्मीदवार उतारे गए हैं जबकि भाजपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं। किसी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है। ऐसे में महाराष्ट्र में 10 जून को राज्यसभा का चुनाव होने जा रहा है। 1998 के बाद यह ऐसा पहला मौका होगा जब राज्य में राज्यसभा के लिए मतदान होंगे।

महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव से पहले राजनीति तेज हो गई है। मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद विधायकों को मलाड स्थित एक होटल में शिफ्ट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री आवास पर निर्दलीय तथा शिवसेना विधायकों की एक बड़ी बैठक हुई थी जिसके बाद यह फैसला लिया गया। महाराष्ट्र में छठे सीट के लिए शिवसेना और भाजपा के बीच मुकाबला होना है। महा विकास आघाडी की ओर से चार उम्मीदवार उतारे गए हैं जबकि भाजपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं। किसी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है। ऐसे में महाराष्ट्र में 10 जून को राज्यसभा का चुनाव होने जा रहा है। 1998 के बाद यह ऐसा पहला मौका होगा जब राज्य में राज्यसभा के लिए मतदान होंगे। 

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इससे पहले ऐसा चुनाव 1998 में हुआ था, जहां पार्टी के पक्ष में पर्याप्त संख्या होने के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार राम प्रधान हार गए थे। वर्ष 1998 में, गुप्त मतदान प्रणाली के अनुसार चुनाव हुआ था। 106 सीटों वाली भाजपा ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और पूर्व सांसद धनंजय महादिक को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि शिवसेना नेसंजय राउत और संजय पवार को प्रत्याशी बनाया है। एनसीपी ने प्रफुल्ल पटेल को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी को मैदान में उतारा है। छठी सीट पर मुकाबला बीजेपी के महादिक और शिवसेना के संजय पवार के बीच है। भाजपा का दावा है कि वह छठे सीट पर आसानी से जीत हासिल करेगी। शिवसेना के पास 55, एनसीपी के पास 52 जबकि कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। वर्तमान में देखे तो महाराष्ट्र में एक उम्मीदवार के जीतने के लिए 42 वोटों की आवश्यकता है। 

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भाजपा को सात निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है। इसका मतलब साफ है कि उसके कुल 113 वोट है। 2 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए भाजपा को 84 वोटों की जरूरत है। इसके अलावा उसके पास 29 वोट रह रहे हैं। महाराष्ट्र में निर्दलीय तथा छोटे दलों के विधायकों की संख्या 25 है और यही कारण है कि भाजपा को इस बात की उम्मीद है कि छोटे दल उसके उम्मीदवारों के पक्ष में वोट कर सकते हैं। रेल मंत्री और महाराष्ट्र में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पर्यवेक्षक अश्विनी वैष्णव ने रविवार को राज्य के भाजपा नेताओं के साथ बैठक की। दक्षिण मुंबई स्थित भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में हिस्सा लेने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार ने कहा कि चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया गया है।

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