अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद कश्मीर के खिलाड़ियों को क्या लाभ हुआ ?
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक विशेष युवा केंद्रित कार्यक्रम का आयोजन किया और इसके तहत 1600 मीटर दौड़ का आयोजन किया गया। इस तरह के आयोजनों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को पुलिस भर्ती अभियान में बेहतर प्रदर्शन कर पाने में मदद मिलेगी।
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क की खास पेशकश अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद कितना बदला जम्मू-कश्मीर में आप सभी का स्वागत है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के चरम पर रहने के दौरान युवाओं को खासा नुकसान उठाना पड़ा। उनके अंदर की प्रतिभाओं को कभी उभरने ही नहीं दिया गया अब जब अनुच्छेद 370 को हटाया जा चुका है और अमन और शांति का माहौल है तब केंद्र और राज्य प्रशासन के सहयोग से युवाओं के लिए खेल सुविधाओं को बढ़ाया भी जा रहा है और उन्हें खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। यही नहीं सरकारी नौकरी पाने के लिए युवाओं की तैयारी भी करायी जा रही है। आइये आपको लिये चलते हैं कठुआ। यहाँ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक विशेष युवा केंद्रित कार्यक्रम का आयोजन किया और इसके तहत 1600 मीटर दौड़ का आयोजन किया गया। इस तरह के आयोजनों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को पुलिस भर्ती अभियान में बेहतर प्रदर्शन कर पाने में मदद मिलेगी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सब-इंस्पेक्टर के 800 पदों पर भर्ती होनी है ऐसे में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने युवाओं को शारीरिक और लिखित परीक्षाओं में मदद के लिए यह अभियान चलाया।
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आइये अब चलते हैं श्रीनगर। कश्मीरी युवाओं ने हाल ही में यहाँ फ्लडलाइट्स के तहत खेले गए अपनी तरह के पहले बास्केटबॉल टूर्नामेंट का आनंद लिया। 'नाइट बास्केटबॉल' ने खेल प्रेमियों, विशेषकर बास्केटबॉल खिलाड़ियों को आकर्षित किया, जिन्हें पहली बार रोशनी में खेलने का मौका मिला। यह टूर्नामेंट श्रीनगर राजबाग के गिंडन स्टेडियम में आयोजित किया गया था, जहां बड़ी संख्या में लोग मैच देखने के लिए जमा हुए थे।
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प्रभासाक्षी की यह खास पेशकश आपको कैसी लगी इसके बारे में अपनी राय जरूर दीजियेगा। और हाँ, हमारी यह खास श्रृंखला 6 अगस्त तक विशेष रूप से जारी रहेगी क्योंकि जम्मू-कश्मीर में बदलाव की जो बयार बह रही है और विकास की जो नयी गाथा लिखी जा रही है, उसकी कहानी हर जुबां पर होनी ही चाहिए।
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