Karnataka में बोलीं सोनिया गांधी, देश में झूठ, अहंकार और नफरत का माहौल, भारत जोड़ो यात्रा से घबरा गई भाजपा
सोनिया गांधी ने साफ तौर पर कहा कि भाजपा के नेता आज खुलेआम धमकी देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य में डकैती से सत्ता हथिया ली थी। कांग्रेस नेता ने साफ तौर पर कहा कि कर्नाटक की जनता ने हमारा हमेशा साथ दिया है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार जोरों पर है। आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी चुनाव प्रचार में पहुंची थीं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। कर्नाटक में चुनावी प्रचार के दौरान सोनिया गांधी ने साफ तौर पर कहा कि देश में झूठ, नफरत और अहंकार का माहौल है। उन्होंने दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा पूरी तरह से घबरा गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आज खुलेआम धमकी देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य में डकैती से सत्ता हथिया ली थी। क्या ऐसे लोकतंत्र चल सकता है। कांग्रेस नेता ने साफ तौर पर कहा कि कर्नाटक की जनता ने हमारा हमेशा साथ दिया है।
इसे भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल ने जालंधर में कहा, कांग्रेस से कोई बड़ा नेता आपका वोट मांगने नहीं आया
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार की लूट, झूठ, अहंकार और नफरत से बने इस तरह के माहौल से छुटकारा पाए बिना न तो कर्नाटक आगे बढ़ सकता है और न ही देश तरक्की कर सकता है। ये लोग खुलेआम धमकी देते हैं जैसे अगर बीजेपी चुनाव हार गई तो कर्नाटक को पीएम मोदी का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि कर्नाटक के लोग इतने कायर और लालची नहीं हैं। उनके अनुसार (भाजपा) लोगों का भविष्य सरकार के आशीर्वाद पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के लोग 10 मई को बताएंगे कि वे किस मिट्टी से बने हैं। सोनिया ने कहा था कि जब 1978 में इंदिरा जी केंद्र सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रही थीं, तब चिकमगलूर ने उनका पूरा साथ दिया था। मैंने भी जब 24 साल पहले लोकसभा का चुनाव लड़ा था, मुझे भी बेल्लारी के लोगों का विश्वास और समर्थन मिला। हम सभी का फर्ज है कि इस दमनकारी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करें।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रचार के लिए चुनावी राज्य कर्नाटक के हुबली पहुंचीं थीं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। कर्नाटक का नेहरू-गांधी परिवार के साथ एक लंबा संबंध है और यह अतीत में "वापसी क्षेत्र" रहा है। इंदिरा गांधी ने 1978 में एक उपचुनाव में कर्नाटक के चिकमंगलूर से राजनीतिक वापसी की। सोनिया गांधी ने अपने पहले चुनाव में राज्य के बल्लारी से भी चुनाव लड़ा था जिसमें वह अमेठी से भी मैदान में थीं। कर्नाटक कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने पुनरुद्धार को चिह्नित कर सकता है।
अन्य न्यूज़