सोनिया गांधी ने स्वीकार किया शेख हसीना का निमंत्रण, मुक्तिसंग्राम की 50वीं वर्षगांठ पर जाएंगी बांग्लादेश
शर्मा के अनुसार सोनिया गांधी ने लगातार तीसरी बार जीतकर प्रधानमंत्री बनने पर हसीना को बधाई दी। मनमोहन सिंह ने भी बांग्लादेश में शानदार आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिए हसीना को बधाई दी।
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुक्ति संग्राम की 50वीं वर्षगांठ पर बांग्लादेश की यात्रा करने की वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना के निमंत्रण को रविवार को स्वीकार कर लिया। भारत की यात्रा पर आयीं शेख हसीना ने रविवार को यहां पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने दोनों देशों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। हसीना ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की 50वीं वर्षगांठ में शामिल होने का न्यौता दिया। कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
Statement by Shri Anand Sharma, MP, Deputy Leader CPP and Chairman Foreign Affairs Department, AICC pic.twitter.com/J3KaZoDpfG
— Congress (@INCIndia) October 6, 2019
हसीना बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के आगामी शताब्दी समारोह और बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की 50वीं वर्षगांठ का जिक्र कर रही थीं । इसके तहत सालभर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होगा। हसीना से मुलाकात के दौरान सोनिया के साथ पूर्व मंत्री आनंद शर्मा और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं। बैठक डेढ़ घंटे तक चली। कांग्रेस के विदेश विभाग के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि हसीना ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में भारत के सहयोग तथा शेख मुजीबुर रहमान एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बीच विशेष मैत्री संबंध को आभार के साथ याद किया। हसीना ने उस दौर को भी याद किया जब शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के बाद उनका परिवार निर्वासन में दिल्ली में रहा।
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शर्मा के अनुसार सोनिया गांधी ने लगातार तीसरी बार जीतकर प्रधानमंत्री बनने पर हसीना को बधाई दी। मनमोहन सिंह ने भी बांग्लादेश में शानदार आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिए हसीना को बधाई दी। हसीना से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “शेख हसीना जी से मुलाकात हुई, जिनसे दोबारा मिलने की काफी समय से इच्छा थी। गहरे निजी नुकसान एवं बुरे वक्त से उबरने की उनकी ताकत और बहादुरी एवं दृढ़ता से अपने विचारों के लिए उनका संघर्ष हमेशा से मेरे लिए एक प्रेरणा है।
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