यंग रिसर्चर्स अवार्ड में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्मिता का रिसर्च पेपर चयनित
इस अवार्ड में आठ यंग रिसर्चर्स को उनके बेहतर शोध के लिए जेडसीजीआरआई अवार्ड कोविड-19 फॉर यंग रिसर्चर्स में चयन किया गया, जिसमें स्मिता कुमारी का शोध पत्र चौथे नंबर पर चयनित हुआ।
विदिशा। मध्य प्रदेश शासन के सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग विदिशा द्वारा संचालित जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र की क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट सुश्री स्मिता कुमारी को स्कॉलर्स मीडिल ईस्ट पब्लिशर्स दुबई और ज़ोहरा कमिटी गाइडेन्स एंड रिसर्च, इंडिया द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित बेस्ट रिसर्च पेपर अवार्ड में सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवार्ड में आठ यंग रिसर्चर्स को उनके बेहतर शोध के लिए "जेडसीजीआरआई अवार्ड कोविड-19 फॉर यंग रिसर्चर्स" में चयन किया गया, जिसमें सुश्री स्मिता कुमारी का शोध पत्र चौथे नंबर पर चयनित हुआ।
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सुश्री स्मिता कुमारी की शोध का विषय "साइकोसोशल इफेक्ट्स ऑन कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट्स एंड कम्युनिटीज" है। इन्होंने मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के 100 कोविड-19 मरीजों के काउन्सलिंग में प्राप्त जानकारी के आधार पर यह शोध किया है। इस शोध में यह उल्लेखित किया गया है कि कोविड-19 के मरीजों और उनके समुदाय में कोविड-19 के कारण क्या-क्या मनोसामाजिक रूप से बदलाव पाया गया है। शोध में पाये गए आंकड़ों के आधार पर मरीजों और उनके समुदाय में पाये गए तनाव, भेदभाव, सामाजिक दूरी, भावनात्मक दूरी, अफवाह फैलाये जाने के कारण चिंता, सहयोगात्मक व्यवहार में आने वाली कमी आदि को दूर करने के लिए समुदाय स्तर पर जागरूकता के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं।
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