मूसेवाला हत्याकांड: देशी नहीं ! ऑस्ट्रिया की ग्लोक पिस्तौल से हुई थी हत्या, जिगाना का भी हुआ इस्तेमाल
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के करीब एक महीने बाद चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। उनकी हत्या में कोई देशी पिस्तौल का इस्तेमाल नहीं हुआ था बल्कि अत्याधुनिक हथियारों का हुआ था। जिसमें ऑस्ट्रिया की ग्लोक पिस्तौल, जर्मनी की पी-30 हैंडगन, स्टार पिस्तौल, तुर्की की जिगाना सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल शामिल है।
नयी दिल्ली। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर लगातार खुलासे हो रहे हैं। आपको बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के लिए शूटरों ने कोई देसी पिस्तौल का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि उनके पास अत्याधुनिक हथियार मौजूद थे। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी से दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक 19 साल का लड़का भी शामिल है। जिसने सबसे करीब से सिद्धू मूसेवाला को गोली मारी थी।
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आपको बता दें कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में ऑस्ट्रिया की ग्लोक पिस्तौल, जर्मनी की पी-30 हैंडगन, तुर्की की जिगाना सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा एके-47, ग्रेनेड लॉन्चर भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने रविवार रात अंकित सिरसा और सचिन भिवानी को गिरफ्तार किया। विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एचजीएस धारीवाल ने बताया था कि रविवार को रात करीब 11 बजे हमारी टीम ने सिद्धू मूसेवाला को करीब से गोली मारने वाले सबसे कम उम्र के शूटरों में से एक अंकित सिरसा को गिरफ्तार किया है। दोनों ही लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गिरोह गैंग के हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हरियाणा का रहने वाला सचिन भिवानी राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का काम देखता है। दिल्ली पुलिस की टीम लगातार मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली में सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
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मूसेवाला के पिता ने किए कई खुलासे
सिद्धू मूसेवाला के पिता ने बलकौर सिंह ने कई खुलासे किए। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनके बेटे को मारने के लिए 50-60 लोग पीछे पड़े हुए थे और करीब 8 बार मारने की कोशिश भी की गई थी लेकिन सिक्योरिटी होने की वजह से बेटे को कुछ नहीं हुआ।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के करीब एक महीने बाद पिता बलकौर सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने बेटे की सुरक्षा को कम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और तो और उनकी सुरक्षा वापस लेने का प्रचार भी किया।
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