आम जिन्दगी की तरफ लौट रही श्रीनगर की जनता, सड़कों पर दिखे लोग
अधिकारियों ने बताया कि शहर और कश्मीर के अन्य हिस्सों में निजी परिवहन बिना किसी बाधा के चलते दिखे। उन्होंने बताया कि घाटी के कुछ इलाकों में ऑटो रिक्शा और अंतर जिला टैक्सियां भी चलती दिखीं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में हालात धीरे-धीरे पटरी पर लौटते नजर आ रहे हैं और गुरुवार सुबह लाल चौक समेत कई वाणिज्यिक इलाकों में कुछ घंटों के लिये दुकानें खुलीं लेकिन मुख्य बाजार और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुछ विक्रेताओं ने टीआरसी चौक-पोलो व्यू रोड पर दुकानें लगायीं थीं। अधिकारियों ने बताया कि शहर और कश्मीर के अन्य हिस्सों में निजी परिवहन बिना किसी बाधा के चलते दिखे। उन्होंने बताया कि घाटी के कुछ इलाकों में ऑटो रिक्शा और अंतर जिला टैक्सियां भी चलती दिखीं। हालांकि परिवहन के दूसरे माध्यम सड़क पर नहीं दिखे।
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अधिकारियों ने कहा कि स्कूल और कॉलेज खुले लेकिन बच्चों की उपस्थिति नहीं दिखी क्योंकि बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी आशंकाओं की वजह से उनके माता-पिता ने उन्हें घरों पर ही रखा। कश्मीर में सोमवार को मोबाइल सेवाएं बहाल कर दी गईं, लेकिन सेवाओं के दुरुपयोग की आशंकाओं के कारण उसी रात फिर से एसएमएस की सुविधा रद्द कर दी गयी। उन्होंने कहा कि घाटी में इंटरनेट सुविधाएं अभी बंद रहेंगी। केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को रद्द करने के बाद घाटी में सामान्य जीवन बाधित हो गया है।
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अधिकांश शीर्ष स्तर के अलगाववादी राजनेताओं को एहतियातन हिरासत में रखा गया है जबकि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत मुख्यधारा के नेताओं को या तो हिरासत में लिया गया है या उन्हें घर में नजरबंद रखा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर से लोकसभा सांसद फारुक अब्दुल्ला को विवादास्पद सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।
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