शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर शिवराज सरकार चिंतित, स्वास्थ्य मंत्री शहडोल के लिए हुए रवाना
स्वास्थ्य मंत्री के तय कार्यक्रम अनुसार वह भोपाल 3.30 बजे अमरकंट एक्सप्रेस से रवाना हो गए और रात 1.30 बजे शहडोल पहुंचेंगे। जहाँ वह अगले दिन शहडोल संभाग के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
भोपाल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर शिवराज सरकार गंभीर हो गई है। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी शहडोल जिला अस्पताल में पिछले 10 दिनों में 13 बच्चों की मौत के बाद सोमवार को भोपाल से शहडोल के लिए रवाना हो गए। यहां वह 8 दिसंबर मंगलवार को बच्चों की मौत को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री के तय कार्यक्रम अनुसार वह भोपाल 3.30 बजे अमरकंट एक्सप्रेस से रवाना हो गए और रात 1.30 बजे शहडोल पहुंचेंगे। जहाँ वह अगले दिन शहडोल संभाग के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
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इसके अलावा मासूमों की मौत के मामले पर प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए हैं। इसी के तहत 3 नए बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों को शहडोल जिला अस्पताल में पदस्थ किया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश पांडे ने जयसिंह नगर में तैनात डॉ. राजेश तिवारी और मेडिकल कॉलेज, शहडोल के डॉक्टर मनीष सिंह को जिला अस्पताल में तैनात किया गया है। इनके साथ ही सेवानिवृत्त बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. उमेश नामदेव को भी पुनर्नियुक्ति देकर जिला अस्पताल में पदस्थ किया गया है। वही शहडोल जिला अस्पताल में पिछले 8 महिनों में एक आंकडे के अनुसार 362 बच्चों की मौत हुई है। जिसको लेकर अब प्रदेश की शिवराज सरकार सख्ते में है।
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