शशि थरूर ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में केरल सबसे निचले पायदान पर है
ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के राज्यस्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य थरूर ने नीति आयोग के आंकड़ों का हवाला दिया और आरोप लगाया कि केरल व्यापार सुगमता के मामलों में भारतीय राज्यों में निचले पायदान पर है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को केरल में वामपंथी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए दावा किया कि लाल-फीताशाही के कारण राज्य व्यापार सुगमता के मामले में निचले पायदान पर है। ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के राज्यस्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य थरूर ने नीति आयोग के आंकड़ों का हवाला दिया और आरोप लगाया कि केरल व्यापार सुगमता के मामलों में भारतीय राज्यों में निचले पायदान पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘नीति आयोग के अनुसार भारत में कोई व्यापार शुरू करने में कम से कम 120 दिन लगते हैं, लेकिन केरल में 248 दिन लगते हैं। इस तरह से हमारा राज्य कैसे तरक्की करेगा?’’ थरूर ने कहा, ‘‘समय आ गया है कि हम लाल फीताशाही को समाप्त करें और नौकरशाही को नये सिरे से प्रशिक्षण दें। हमें इस बारे में सोचना होगा।’’ उन्होंने यह दावा भी किया कि दक्षिणी राज्य आर्थिक संकट में है और इसके बावजूद प्रशासन अनेक मुफ्त सौगातों की घोषणा करता रहता है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के दौरान वे बांटी गयी किट की संख्या बता रहे थे। लेकिन इन किट की कीमत आपके पोता-पोती को चुकानी होगी क्योंकि सरकार के पास इसके लिए धन नहीं है।’’ हालांकि, राज्य की एलडीएफ सरकार आर्थिक समस्याओं के लिए केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराती रही है।
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