शरद पवार ने PM मोदी से कहा, राज्यपाल के पत्र में अंसयमित भाषा का इस्तेमाल
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Oct 13 2020 9:19PM
हमारे संविधान के प्रस्तावना मेंधर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ा गया ताकि सभी धर्मों के प्रति समानता और संरक्षण प्रदान किया जाए और इसलिए मुख्यमंत्री की कुर्सी को संविधान के इस भाव को कायम रखना चाहिए।
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में शिकायत की कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के धार्मिक स्थलों को खोलने के सिलसिले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में ‘असंयमित भाषा’ का इस्तेमाल किया। मोदी को लिखे पत्र को जारी करने के बाद पवार ने ट्वीट किया, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि माननीय राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को ऐसा पत्र लिखा है जैसे किसी राजनीतिक पार्टी के नेता को लिखा गया हो।’’
उन्होंने कहा,‘‘ हमारे संविधान के प्रस्तावना मेंधर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ा गया ताकि सभी धर्मों के प्रति समानता और संरक्षण प्रदान किया जाए और इसलिए मुख्यमंत्री की कुर्सी को संविधान के इस भाव को कायम रखना चाहिए।’’ पवार ने कहा कि उन्होंने कोश्यारी के पत्र को लेकर अपने रुख से मोदी को अवगत करा दिया है। पवार ने कहा ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि वह उस पर ध्यान देंगे जो पत्र मेंइस्तेमाल की गई है। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी का उपयोग करना शोभा नहीं देता।Unfortunately Hon. Governor’s letter to the Chief Minister invokes the connotation as if written to the leader of a political party.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) October 13, 2020
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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