DU ने CSAS पोर्टल में जोड़ा नया विकल्प, अब जान सकेंगे सीटों की जानकारी
दिल्ली विश्वविद्यालय ने CSAS पोर्टल में नया विकल्प जोड़ा है। इस पोर्टल के तहत अब छात्र जान सकेंगे कि एक कोर्स या कॉलेज को कितने छात्रों ने विकल्प के तौर पर चुना है। इस नए विकल्प के जरिए छात्रों को रियल टाइम डेटा उपलब्ध होगा। डैशबोर्ड पर कम कोर्स और कॉलेज चुनने का डेटा भी उपलब्ध होगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक दाखिले के सीएसएएस पोर्टल में अब नया विकल्प जोड़ा गया है, जिससे छात्रों को रियल टाइम डेटा उपलब्ध होगा। इस विकल्प के जरिए छात्र पोर्टल पर ये देख सकेंगे कि प्राथमिकता के आधार पर कौन से कॉलेज और कोर्स का चयन अधिक चयन किया जा रहा है। इस अतिरिक्त विकल्प को कॉलेज प्रोग्राम वरीयता काउंड विंडो कहा जाएगा। ये जानकारी छात्रों को डैशबोर्ड पर दिखाई देगी। डैशबोर्ड पर ही छात्र उन कॉलेज और कोर्स के बारे में भी जानकारी हासिल कर सकेंगे जिनके प्रति छात्रों की रूचि थोड़ी कम है। रियल टाइम में दिखने वाले डेटा के आधार पर छात्र अपने कोर्स और कॉलेज को चुन सकेंगे।
छात्रों को मिलता रहेगा अपडेट
इस संबंध में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता ने कहा कि उम्मीदवार देख सकेंगे कि जिस कोर्स को या जिस कॉलेज को उन्होंने चुना है उसकी प्राथमिकता कितनी अधिक है। उन्होंने कहा कि हर दो घंटे में छात्रों को ये पोर्टल अपडेट होता दिखेगा जिससे उन्हें डाटा के संबंध में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वह अपनी पसंद के विकल्प भरते समय इस विंडो का संदर्भ लेते रहें।
करें सभी कॉलेज-कोर्स का चयन
विश्वविद्यालय के प्रोफेसर का कहना है कि छात्र जिस भी कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं वो उन सभी कोर्स का चयन करें। साथ ही ये भी सुझाव दिया गया है कि छात्र कोर्स को वरीयता दें ना कि कॉलेज को क्योंकि कोर्स में पढ़ाई की जाती है, जिसमें रुचि ना होने पर छात्र को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। छात्रों को अधिक से अधिक कॉलेज व कोर्स का चयन करने का सुझाव दिया गया है, ताकि उनके एडमिशन की अधिक से अधिक संभावना बनी रहे।
खत्म होने वाली है रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडर ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट 10 अक्टूबर है, जो बेहद नजदीक आ गई है। मगर इस बार डीयू के कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम पोर्टल पर कई उम्मीदवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है। आंकड़ों के अनुसार सिर्फ एक तिहाई छात्रों ने ही इस पोर्टल पर रजिस्टर किया है।
छात्रों द्वारा रजिस्टर ना किए जाने के बाद अब डीयू ने छात्रों को इस संबंध में रिमाइंडर के तौर पर ईमेल भेजने का फैसला किया है। विश्वविद्यालय अब 6.15 लाख छात्रों को ईमेल भेजेगी जिससे वो एडमिशन के लिए लास्ट डेट से पहले अपना रजिस्ट्रेशन करा सकें। बता दें कि ये ईमेल उन उम्मीदवारों को भेजा जा रहा है जिन्होंने डीयू को पोर्टल पर प्रेफरेंस के तौर पर चुना था।
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