Sanjay Raut बोले- भाजपा मगरमच्छ या अजगर की तरह, जो भी उनके साथ जाता है, वे निगल जाते हैं
गजानन कीर्तिकर के बयान ने संजय राउत को भाजपा पर निशाना साधने का बड़ा मौका दे दिया। संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने खुद को भाजपा से दूर कर लिया क्योंकि वह हमें खत्म करने की कोशिश कर रहे थे।
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद मचा ही था, तब तक संजय राउत ने एक और बड़ा बयान दे दिया। संजय राउत का यह बयान फिलहाल चर्चा में बना हुआ है। दरअसल, संजय राउत ने भाजपा की तुलना मगरमच्छ या अजगर से की और साथ ही कहा कि जो भी उनके साथ जाता है, उसे वह निकल जाते हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा से अपना रास्ता अलग किया। दरअसल, शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर के बयान पर संजय राउत अपनी टिप्पणी कर रहे थे। गजानन कीर्तिकर ने एनडीए में उनकी पार्टी के साथ सौतेला व्यवहार की शिकायत की थी।
इसे भी पढ़ें: केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ शरद पवार से मिले अरविंद केजरीवाल, जानें क्या हुई दोनों नेताओं की बात
गजानन कीर्तिकर के बयान ने संजय राउत को भाजपा पर निशाना साधने का बड़ा मौका दे दिया। संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने खुद को भाजपा से दूर कर लिया क्योंकि वह हमें खत्म करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भाजपा मगरमच्छ या अजगर की तरह है। जो भी उनके साथ जाता है, वे निगल जाते हैं। अब वे (शिवसेना सांसद और विधायक, जिन्होंने नेतृत्व के खिलाफ बगावत की थी) महसूस करेंगे कि इस मगरमच्छ से दूरी बनाने के लिए उद्धव ठाकरे का रुख सही था। राउत ने कहा कि यही कारण ता कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद उनकी पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 2019 में भाजपा से दूरी बना ली।
इसे भी पढ़ें: नई संसद की तस्वीर तानाशाही का प्रतीक कहलाएगी, प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- राष्ट्रपति का अपमान देश याद करेगा
संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में काफी बेचैनी है। उन्होंने कहा कि गजानन कीर्तिकर ने जो बात कही है वही शिवसेना (यूबीटी) का भी रुख है। वे (भाजपा) अपनी बात पर कायम नहीं रहे, उन्होंने शिवसेना के विधायकों को फंड नहीं दिया और शिवसेना नेताओं का अपमान करने का प्रयास किया। आपको बता दें कि शिवसेना सांसद कीर्तिकर ने कहा था कि हम राजग का हिस्सा हैं...इसलिए हमारा काम उसी के अनुसार होना चाहिए और (राजग) घटकों को (उपयुक्त) दर्जा मिलना चाहिए। हमें लगता है कि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
अन्य न्यूज़