संवाद खत्म होने की बात संजय राउत दोहरा रहे हैं, उधर पवार मोदी को बुला रहे हैं, MVA में सब ठीक तो हैं ना!
राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार के निमंत्रण के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मराठी साहित्य महोत्सव, अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह घटनाक्रम इंडिया ब्लॉक के सदस्यों के बीच दरार के बीच आया है, जो शिवसेना (यूबीटी) द्वारा महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने के अपने फैसले की घोषणा के बाद शुरू हुई थी।
दिल्ली के बाद महाराष्ट्र में इंडिया ब्लॉक टूटने की कगार पर नजर आ रहा है। शरद पवार ने साफ कर दिया था कि ये अलायंस तो लोकसभा चुनाव के लिए बना था और लोकल इलेक्शन को लेकर इसमें कोई बात नहीं हुई थी। अगर स्थानीय निकाय के चुनाव सभी पार्टियां अलग अलग लड़ें तो कोई हैरानी की बात नहीं है। इसमें पहले उद्धव ठाकरे ने लोकल बॉडी इलेक्शन अकेले लड़ने का ऐलान किया है। वहीं शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान देते हुए कह दिया कि अगर उसके सहयोगियों के बीच बातचीत बंद हो जाती है तो कोई भी गठबंधन सफल नहीं हो सकता। यानी महाविकास अघाड़ी इन दिनों एकला चलो रे की राह पर चल रही है। वहीं अब खबर है कि शरद पवार ने पीएम मोदी को आमंत्रण भेजा है।
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राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार के निमंत्रण के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मराठी साहित्य महोत्सव, अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह घटनाक्रम इंडिया ब्लॉक के सदस्यों के बीच दरार के बीच आया है, जो शिवसेना (यूबीटी) द्वारा महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने के अपने फैसले की घोषणा के बाद शुरू हुई थी। इससे पहले दिसंबर 2024 में शरद पवार ने दो किसानों के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी और उन्हें महाराष्ट्र के अनार तोहफे में दिए थे। सूत्रों के मुताबिक, उस बैठक में प्रधानमंत्री को पवार की ओर से औपचारिक निमंत्रण दिया गया था। 98वां मराठी साहित्य सम्मेलन 21 से 23 फरवरी, 2025 के बीच दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होने वाला है। प्रमुख मराठी साहित्यिक कार्यक्रम के उद्घाटन के इस निमंत्रण को अनिवार्य रूप से मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए केंद्र के प्रति आभार व्यक्त करने के संकेत के रूप में देखा गया था। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपने निमंत्रण में, पवार ने कहा था कि यह पहली बार है कि सम्मेलन (बैठक) दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है और याद दिलाया कि कार्यक्रम के 37 वें संस्करण का उद्घाटन पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था।
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इस कार्यक्रम में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, नामदार गोखले, वीडी सावरकर और काकासाहेब गाडगिल जैसी प्रमुख हस्तियों की भागीदारी देखी गई है। मोदी को लिखे पवार के पत्र में मराठी को शास्त्रीय भाषा के रूप में हाल ही में मिली मान्यता को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने की उपयुक्तता पर जोर दिया गया। पवार ने अपने पत्र में कहा कि इससे मराठी भाषा के प्रचार और विकास में कई लाभ होंगे।
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