सहारनपुर का अपना अलग ही है सियासी मिजाज़, यहां चुनावी लहर नहीं नेता का चेहरा चलता है
सहारनपुर में 2017 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को यहां पर 4 सीट हासिल हुई थी और समाजवादी पार्टी को 1 सीट मिली थी, जबकि पूरे उत्तर प्रदेश की 6 में से 2 सीट कांग्रेस ने सहारनपुर से ही जीती थी।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी दल जहां एक तरफ गठबंधन और अपनी विचारधारा वाली पार्टियों को एक साथ लाने की कवायद में लगे हैं। बीजेपी एक बार फिर से प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सहारनपुर में कुल 7 विधानसभा की सीटें हैं। 2017 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को यहां पर 4 सीट हासिल हुई थी और समाजवादी पार्टी को 1 सीट मिली थी, जबकि पूरे उत्तर प्रदेश की 6 में से 2 सीट कांग्रेस ने सहारनपुर से ही जीती थी।
सहारनपुर के अंदर आने वाली 7 विधानसभी सीटें
बेहट
देवबंद
गंगोह
नकुड़
रामपुर मनिहारान
सहारनपुर देहात
सहारनपुर नगर
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सात सीटों के 2017 के परिणाम
सहारनपुर नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, सहारनपुर के सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। 2017 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा के राजीव गुम्बर व समाजवादी पार्टी के संजय गर्ग के बीच कड़ा मुक़ाबला हुआ और सपा के संजय गर्ग ने 1,27,210 वोट पाकर भाजपा के राजीव गुम्बर को 4636 मतों से हरा दिया। इस क्षेत्र में लगभग 2.5 लाख हिंदू मतदाता हैं. जिनमें 70 हज़ार पंजाबी, 70 हज़ार वैश्य, 20 हज़ार सिक्ख, 15 हज़ार ब्राह्मण, 15 हज़ार गुर्जर, 15 हज़ार जैन व लगभग 15 हज़ार अन्य मतदाता हैं। 1.5 लाख मुस्लिम मतदाता भी हैं।
सहारनपुर देहात सीट पर कांग्रेस और सपा गठबंधन के प्रत्याशी मसूद अख्तर ने बसपा के जगपाल को 12 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया। सहारनपुर विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम और दलित वर्ग के मतदाताओं की तादाद सर्वाधिक बताई जाती है।
बेहट विधानसभा सीट पर बसपा का लंबे समय तक वर्चस्व रहा। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। 2017 के चुनाव में बीजेपी के महावीर सिंह राणा को हराकर इस सीट पर नरेश सैनी ने कब्जा जमा लिया। बेहट विधानसभा सीट पर मुसलमान वोटर्स बहुत ज्यादा हैं।
गंगोह विधानसभा सीट पर 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के की जीत हुई। बीजेपी के प्रदीप कुमार यहां के मौजूदा विधायक हैं। यह विधानसभा सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी। अभी तक इस पर दो बार ही विधानसभा चुनाव हुए हैं।
नकुड़ विधानसभा में 2017 में भारतीय जनता पार्टी से डॉक्टर धरम सिंह सैनी ने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के इमरान मसूद को 4057 वोटों के मार्जिन से हराया था। पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि नकुल ने पांडवों से नकुर की स्थापना की थी। इसकी स्थापना महाभारत का युद्ध लड़ने कै दौरान की गई थी।
रामपुर मनिहारान सीट पर 2017 के चुनाव में इस सीट को भाजपा ने जीता था. इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के देवेंद्र कुमार निम ने बहुजन समाज पार्टी के रविंद्र कुमार मोल्हू को 595 वोटों के अंतर से हराकर चुनाव जीता था। मुस्लिम, हरिजन, गुर्जर और सैनी जाति के मतदाताओं की तादाद अधिक है।
देवबंद सीट पर 2017 में भारतीय जनता पार्टी से ब्रजेश ने बहुजन समाज पार्टी के माजिद अली को 29400 वोटों के मार्जिन से हराया था। 1952 से आज तक देवबंद सीट पर ठाकुरों का ही दबदबा रहा है।
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