कांग्रेस ने दलित नेता फूल सिंह बरैया को दिया धोखा, नरोत्तम मिश्रा ने कहा- क्यों उतारा दूसरा उम्मीदवार

Phool Singh Baraiya

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने दूसरा उम्मीदवार मैदान में क्यों उतारा, जब वह जानते थे कि दूसरी सीट जीतने के लिए उनके पास पर्याप्त विधायकों की संख्या नहीं है।

भोपाल। मध्यप्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश की राज्यसभा की तीन सीटों के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को दूसरी वरीयता का उम्मीदवार बनाकर इस दलित नेता को धोखा दिया है। मिश्रा ने यहां मीडिया से कहा कि कांग्रेस ने दलित नेता को धोखा दिया है। कांग्रेस ने दूसरा उम्मीदवार मैदान में क्यों उतारा, जब वह जानते थे कि दूसरी सीट जीतने के लिए उनके पास पर्याप्त विधायकों की संख्या नहीं है। 

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बरैया को कांग्रेस द्वारा राज्यसभा चुनाव में उतारे जाने के एक सवाल के जवाब में मिश्रा ने यह जवाब दिया। मालूम हो कि कांग्रेस के पास वर्तमान में 92 विधायक हैं। इनमें से 54 विधायकों को पार्टी के पहली वरीयता वाले उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को मतदान करने को कहा गया था। मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं तथा फिलहाल 24 सीटें रिक्त होने की वजह से विधानसभा की प्रभावी संख्या 206 है। इसमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के दो, सपा का एक तथा चार निर्दलीय विधायक हैं। 

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इस स्थिति में राज्यसभा में निर्वाचन के लिए किसी भी उम्मीदवार को 52 मतों की जरुरत थी। बाकी बचे हुए 38 विधायकों के वोट से बरैया के जीतने की उम्मीद बहुत ही कम थी। मिश्रा ने आरोप लगाया, कांग्रेस शुरू से ही दलित विरोधी रही है। दिग्विजय ने पहले भी इसी तरह से आरक्षित वर्ग के नेता शिवभानु सोलंकी एवं जमुना देवी को (मुख्यमंत्री बनने से) रोका था। उन्होंने आरोप लगाया, अब दिग्विजय ने बरैया के साथ ऐसा किया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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