Chandrayaan 3 मिशन को लीड कर रही हैं Ritu.... जानें कौन हैं ये रॉकेट वुमन जो संभाल रही पूरे भारत का सपना

Ritu Karidhal
Twitter @LBSNAA_Official
रितिका कमठान । Jul 14 2023 11:57AM

ऋतु करिधाल श्रीवास्तव द्वारा पहले के मिशन में दी गई जिम्मेदारी को कुशलता से निभाने के कारण उन्हें इस बार चंद्रयान 3 की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले इसरो के मंगलयान मिशन की वो डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर रह चुकी है।

पूरे भारत देश के लिए आज का दिन बेहद अहम है। भारत आज ऐसा काम करने वाला है जिससे उसकी साख पूरे विश्व में बढ़ने वाली है। भारत का चंद्रयान 3 मिशन आज लॉन्च होने वाला है, जिसके देखने के लिए पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। दोपहर 2:35 बजे भारत श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 को लॉन्च करने की तैयारी में है। इसे लॉन्च करने के लिए इसरो LVM-3 लॉन्चर यानी रॉकेट का उपयोग करेगा। इस लॉन्च वेहिकल की मदद से भारी सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में छोड़ा जा सकता है।

बता दें कि चंद्रयान 3 के लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन तीनों को मिलाकर कुल छह पेलोड्स को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसरो के इस सबसे अहम मिशन को ऋतु करिधाल श्रीवास्तव लीड कर रही है जिन्हें 'रॉकेट वुमन' कहा जाता है। ये इस मिशन की डायरेक्टर है और मिशन की पूरी जिम्मेदारी इनके ही ऊपर है। लखनऊ की रहने वाली ऋतु साइंस की दुनिया में भारतीय महिलाओं का नेतृत्व करती है। अपनी फिल्ड में उनकी अलग ही धाक है। चंद्रयान 3 के मिशन से पहले वो मंगलयान मिशन में भी अपनी दमदार कुशलता का उदाहरण पेश कर चुकी है। अब चंद्रयान 3 के जरिए भी वो कामयाबी की नई उड़ान भरने को तैयार है।

बता दें कि ऋतु करिधाल श्रीवास्तव द्वारा पहले के मिशन में दी गई जिम्मेदारी को कुशलता से निभाने के कारण उन्हें इस बार चंद्रयान 3 की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले इसरो के मंगलयान मिशन की वो डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर रह चुकी है। लखनऊ से ताल्लुक रखने वाली ऋतु का नाम चर्चा में तब आया था जब वो चन्द्रयान-मिशन 2 में मिशन डायरेक्टर बनाई गई थी।

ऋतु ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की है। करियर की शुरुआत से ही उन्होंने साबित करना शुरू कर दिया था कि वो बेहद अलग है। लखनऊ से ताल्लुक रखने वाली ऋतु ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से भौतिकी में एमएससी की। अंतरिक्ष में रुचि होने के कारण उन्होंने बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान में दाखिला लिया। इसके बाद उन्हें इसरो में नौकरी मिली। यहां उन्होंने एयरोस्पेस में विशेषज्ञता का काफी उपयोग किया। उनका पूरा करियर कई उपलब्धियों भरा रहा है। वर्ष 2007 में वो यंग साइंटिस्ट का अवॉर्ड हासिल कर चुकी है। उन्होंने कई मिशन में अपनी अहम भूमिका निभाई है। वो रॉकेट वुमन के नाम से भी जानी जाती है। 

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